BNP: 17 साल के निर्वासन के बाद, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान गुरुवार को ढाका लौट आए। इसी के साथ लंदन में उनका लंबा प्रवास खत्म हो गया।BNP:
असरदार जिया परिवार के 60 साल के वारिस तारिक रहमान पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया और जिया-उर-रहमान के बेटे हैं।जिया-उर-रहमान एक सैन्य अधिकारी थे जो बाद में राजनेता बन गए। उन्होंने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की स्थापना की। वे 1977 से 1981 तक देश के राष्ट्रपति रहे। 1981 में एक सैन्य विद्रोह के दौरान उनकी हत्या कर दी गई थी।BNP:
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रहमान की वापसी को बांग्लादेश की राजनीति में अहम लम्हा माना जा रहा है क्योंकि अगले साल फरवरी में संसदीय चुनाव होने हैं।प्रधानमंत्री पद पर उनकी दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है।आगामी चुनावों में जमात-ए-इस्लामी को बीएनपी का मजबूत प्रतिद्वंदी माना जा रहा है। वो 2001 और 2006 के बीच बीएनपी की सहयोगी रही।वहीं अंतरिम सरकार ने शेख हसीना की अगुवाई वाली अवामी लीग पर प्रतिबंध लगा रखा है।BNP:
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रहमान को 2007-08 में सेना समर्थित अस्थाई सरकार के कार्यकाल के दौरान हिरासत में लिया गया था। उन पर भ्रष्टाचार और हत्या के आरोप थे। पिछले साल ‘जुलाई विद्रोह’ यानी छात्रों की अगुवाई वाले आंदोलन की वजह से शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद रहमान को बरी कर दिया गया था।BNP:
