लखनऊः विधानमंडल के बजट सत्र की शुरुआत के पहले दिन, सदन के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की।
विपक्षी सदस्यों के शोरशराबे के बीच शुरू हुए अभिभाषण में राज्यपाल ने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह से प्रदेश सरकार ने कार्य किए, उसकी सराहना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ-साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी की है।
प्रदेश में अब 125 सरकारी और 104 निजी प्रयोगशालायें है जहां कोरोना वायरस की जांच की जा रही है। प्रदेश में करीब दो लाख कोरोना जांच प्रतिदिन की जा रही है। प्रदेश में कोरोना टीकाकरण का काम भी बहुत तेजी से हो रहा है।
राज्यपाल ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान जान गंवाने वाले कोरोना योध्दाओं को श्रद्धांजलि भी दी। उन्होंने कहा, ‘कोरोना काल के दौरान प्रदेश सरकार ने दूसरे प्रदेशों के श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने का काम तो किया ही साथ ही कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों से सकुशल उनके घर पहुंचाया।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान प्रदेश में कोई भी चीनी मिल बंद नहीं हुई। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपराध और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की और माफियाओं की संपत्ति को जब्त किया।
उन्होंने आगे कहा कि अब तक एक हजार से अधिक माफिया को जेल भेजा गया तथा अनेक ने अदालत में आत्मसर्मपण किया।