न्यायमूर्ति नथालपति वेंकट रमण ने आज भारत के 48 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में उन्हें पद की शपथ दिलाई। उन्होंने न्यायमूर्ति शरद अरविंद बोबडे की जगह ली है।
न्यायमूर्ति रमण का मुख्य न्यायाधीश के रूप में लगभग 16 महीने का कार्यकाल होगा और अगले साल 26 अगस्त को रिटायर होने वाले हैं।
शपथ ग्रहण समारोह में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश और कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
27 अगस्त 1957 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पोन्नवरम गाँव में जन्मे, न्यायमूर्ति रमण को फरवरी 1983 में एक वकील के रूप में नामांकित किया गया था। उन्हें जून 2000 में आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और आंध्र के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया। न्यायमूर्ति रमना को सितंबर, 2013 में दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में प्रमोट किया गया था और फरवरी 2014 में उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में प्रमोट किया गया था।