स्मोकिंग आज के दौर का वो ट्रेंड है जो हर दूसरा व्यक्ति अपना चूका है। पुरुषों के साथ महिलाएं भी स्मोक करती है। हालांकि आजकल ये अंतर नहीं देखा जाता है कि स्मोकिंग सिर्फ पुरुष ही कर सकते है बल्कि महिलाएं भी अब स्मोक जैसे नशे को अपना चुकी है। अक्सर ये देखा जाता है कि मानसिक दबाव को कम करने के लिए भी स्मोक का सहारा लिया जाता है। जिससे मेन्टल प्रेशर कम होने की अनुभुति होती है। लेकिन आपको बता दें स्मोक करना है या नहीं चर्चा इस विषय पर नहीं है बल्कि क्या स्मोक की आदत को महिलाएं प्रेग्नेंसी के समय पर भी कंटिन्यू कर सकती है।
दरअसल प्रेग्नेंसी को सुरक्षित करने के लिए महिलाएं बहुत से उपाय अपनाती हैं और अपनी लाइफस्टाइल में सुधार भी करती हैं। कुछ महिलाएं जिन्हें स्मोकिंग की आदत होती है, उनके होने वाले बच्चे के लिए खतरे की स्थिति पैदा हो जाती है। महिलाएं भले ही प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में या आखिरी के महीनों में स्मोकिंग करें लेकिन ये होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य को खतरा पैदा कर सकता है। अगर महिला प्रेग्नेंसी के पहले मन बना ले, तो आसानी से स्मोकिंग से छुटकारा पा सकती है। प्रेग्नेंसी और स्मोकिंग एक साथ बुरे परिणाम ला सकता है। आज हम आपके साथ शेयर करने जा रहे है स्मोक से होने वाले नुकसान और उपाय के बारे में जो आपके नवजात शिशु की जान बचा सकता है।
प्रेग्नेंसी के समय स्मोक करना बच्चे के लिए कितना खतरनाक
1. लो बर्थ वेट डिलिवरी
2. प्रीटर्म बर्थ
3 .मिसकैरिज
4. स्टिलबर्थ
5. क्लैफ्ट पेलेट या कटा हुआ तालू और अन्य बर्थ डिफेक्ट
6. सांस संबंधी समस्याएं
स्मोकिंग के कारण होने वाले बच्चे को पैदा होने के बाद समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है।
1. सडन इंफेंट डेथ सिंड्रोम (पैदा होने के बाद बच्चे की मृत्यु)
2. लर्निंग डिसएबिलिटी
3. व्यवहार संबंधी समस्याएं
4. अस्थमा अटैक
5. फ्रीक्वेंट इंफेक्शन
स्मोकिंग छोड़ने के उपाय
- दृढ़इच्छाशक्ति (will power)
- ध्यान किसी और जगह पर बाटने का प्रयास करे
- लत के समय चाय या कॉफी का सेवन कर सकती है
- पसंदीदा भोजन के सेवन से खुद को स्वस्थ रखे
- दोस्तों से बाते कर ध्यान बाटे
- खुली हवा में सैर के लिए निकल जाए