सोमवार से संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है उससे पहले आज सर्वदलीय बैठक हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि 33 दलों के 40 से अधिक नेताओं ने सर्वदलीय बैठक में भाग लिया और सुझाव दिया कि किन विषयों पर चर्चा की जानी चाहिए। बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष सहित सभी प्रतिनिधियों के सुझाव बहुत मूल्यवान हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार संसद में विभिन्न मुद्दों पर स्वस्थ और सार्थक चर्चा के लिए तैयार है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोश ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि संसद में स्वस्थ और उपयोगी बहस होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि संसदीय नियमों और प्रक्रियाओं के अनुसार उठाया जाता है तो सरकार किसी भी विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार है।
Read Also CM धामी ने पिथौरागढ़ के 38 आपदा प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए दिए 1.60 करोड़ रूपये
सरकार मानसून सत्र के दौरान कई विधेयकों को पारित कराने के एजेंडे के साथ सदन में जाएगी। वहीं, विपक्ष भी कोविड-19 की दूसरी लहर से निपटने और ईंधन की कीमतों में वृद्धि के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। सरकार ने इस सत्र के दौरान 31 विधेयक और अध्यादेश को पेश करने के लिए सूचीबद्ध किया है। इनमें से तीन विधेयक हाल में जारी अध्यादेशों के स्थान पर लाए जाएंगे। वहीं, विपक्ष कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की कथित कमी और राज्यों को टीके के वितरण के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। विपक्ष पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि को लेकर भी सरकार से जवाब मांगेगा। संसद का मानसून सत्र 13 अगस्त तक चलेगा।
कोरोना की दूसरी लहर के बाद ये पहली बार सत्र बुलाया गया है। नये मंत्रियों के लिए ये सत्र बहुत कुछ सिखाने वाला साबित होगा। सरकार के लिए विपक्ष संसद सत्र के दौरान कई चुनौतियां पेश कर सकता है। मानसून सत्र खूब हंगामे की आशंका से भरा रहेगा।