नई दिल्ली, (अनमोल कुमार सैनी): दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार सुबह कोलकाता की कंपनी से संबंधित हवाला लेनदेन के मामले में छापेमारी की। आप नेता को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में 30 मई को गिरफ्तार किया गया था, इसके बाद 31 मई को ट्रायल कोर्ट ने सत्येंद्र जैन को 9 जून तक ईडी की हिरासत में भेज दिया था। लेकिन अचानक ही सोमवार सुबह ईडी ने सत्येंद्र जैन के घर सहित उनके करीबियों के कुल 7 ठिकानों पर छापेमारी की।
बता दें कि, ईडी की टीम सत्येंद्र जैन के निवास स्थान पर सुबह करीब 7 बजे पहुँची जिसके बाद लगभग 8 घंटे तक ईडी की टीम ने तलाशी अभियान चलाया। जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों का सबूत इकट्ठा कर जाने का सिलसिला शुरू हुआ। मालूम हो कि, इसके पहले जैन और उनके परिवार की अप्रैल में ईडी ने करीब 4.81 करोड़ की संपत्तियों को अटैच किया था। ईडी का आरोप है कि जैन के करीबी लोगों का कुछ ऐसी कंपनियों से रिश्ता था जिनकी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच चल रही थी।
सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया था कि स्वास्थ्य मंत्री को ‘फर्जी’ मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया है। सिसोदिया ने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि वह हिमाचल प्रदेश चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के प्रभारी हैं और भाजपा को वहां चुनाव हारने का डर है। वहीं, ED के अधिकारियों के अनुसार 30 मई को पूछताछ के बाद जैन को मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट की धाराओं के तहत हिरासत में लिया गया है और 9 जून को सतेंद्र जेन को कोर्ट में पेश किया जाएगा। ऐसे में ईडी की टीम जगह-जगह छापेमारी कर जैन के खिलाफ सबूत जुटाने में जुटी है, ताकि उन सबूतों को कोर्ट में पेश किया जा सके।