अनिल कुमार – भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्ष-2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मनाने की पहल को हरियाणा आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन ने मूर्तरूप देकर मोटे अनाज के उपयोग को बढ़ावा देने का संदेश देने की एक अहम पहल शुरू की। नववर्ष की पहली सुबह पर हरियाणा निवास, चंडीगढ़ में मोटे अनाज के नाश्ते का आयोजन किया गया।
नववर्ष की पहली सुबह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्ष-2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मनाने की पहल को हरियाणा आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन ने मूर्तरूप देकर मोटे अनाज के उपयोग को बढ़ावा देने का संदेश देने की एक अहम पहल शुरू की। इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, कैबिनेट मंत्री और विधायकों सहित आला अधिकारियों ने मोटे अनाज से बने व्यंजनों का स्वाद चखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष घोषित किया है।
Read Also – कोरबा मे राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने किया विकास कार्यो का भूमिपूजन
प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील की है कि वे मोटे अनाज का अधिक से अधिक उपयोग करें। इसी आह्वान पर हरियाणा आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन ने मोटे अनाज का नाश्ते का आयोजन किया। इस अवसर पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि मोटा अनाज हमारी सदियों की विरासत की पहचान रहा है और आज के समय में भी ये उतना ही उपयोगी है। राज्य सरकार इन फसलों की खेती व इनसे बने उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।मुख्यमंत्री ने हरियाणा आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन की इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि मोटे अनाज से बने व्यंजन न केवल सेहत के लिए लाभकारी हैं, अपितु मोटे अनाज से बने उत्पादों को बेचकर आज किसान भी आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं। प्रधानमंत्री की यह पहल निश्चित तौर पर देशवासियों को स्वास्थ बनाने में कारगर सिद्ध होगी।
हरियाणा सरकार भी प्रधानमंत्री के इस प्रयास को लगातार बल देते हुए मिलेट्स फसलें यानी ज्वार, बाजरा, रागी इत्यादि को बढ़ावा देने के लिए एक ओर किसानों को इन फसलों की खेती करने के प्रोत्साहित कर रही है, वहीं लोगों को भी मोटे अनाज का उपयोग करने के प्रति जागरूक कर रही है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार ने किसानों को पारंपरिक फसलों की खेती करने के अलावा फसल विविधिकरण अपनाने का आह्वान किया। प्रदेश में धान के स्थान पर बाजरे की खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहन राशि भी प्रदान कर रही है। हरियाणा आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष और मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि एसोसिएशन समय-समय पर प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाने के लिए सेमिनार, ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित करती रहती है।