प्रदीप कुमार – जाम्बिया गणराज्य की नेशनल असेंबली की स्पीकर महामहिम नेली बुटेटे काशुम्बा मुट्टी के नेतृत्व में आए एक शिष्टमंडल ने आज संसद भवन परिसर में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाक़ात की।
भारतीय संसद की ओर से जाम्बिया के संसदीय शिष्टमंडल के सदस्यों का स्वागत करते हुए, ओम बिरला ने महामहिम नेली बुटेटे काशुम्बा मुट्टी को जाम्बिया की नेशनल असेंबली की प्रथम महिला स्पीकर चुने जाने पर बधाई दी।
लोकतंत्र की जननी भारत का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा और जीवंत लोकतंत्र है जहां 90 करोड़ से अधिक मतदाता लोक सभा के 545 सांसदों का चुनाव करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि सदन में जनप्रतिनिधि, नागरिकों की आशाओं, आकांक्षाओं और अभावों को अभिव्यक्ति प्रदान करते हैं।
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भारत की विकास यात्रा के सन्दर्भ में स्पीकर बिरला ने कहा कि देश की प्रगति में लोकतान्त्रिक प्रणाली का बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले सात दशकों में संसद ने समाज के विभिन्न् वर्गों की समस्याओं को सुलझाने के लिए कई प्रगतिशील सामाजिक और आर्थिक कानून बनाए हैं।संसदीय व्यवस्था में व्यापक समिति प्रणाली का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि समितियों के माध्यम से कार्यपालिका की जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाती है जिससे संसदीय पर्यवेक्षण और सदृढ़ होता है।ओम बिरला ने कहा कि मौजूदा बजट सत्र में संसद, लोक वित्त के प्रहरी के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन मजबूती से कर रही है।
ऐतिहासिक रूप से भारत और जाम्बिया के द्विपक्षीय संबंधों को बहुआयामी और पारस्परिक सहयोग पर आधारित बताते हुए ओम बिरला ने कहा कि वर्तमान शताब्दी में दोनों देशों के सौहार्दपूर्ण संबंध मजबूत हुए हैं और दोनो देशो के बीच सहयोग का दायरा बढ़ा है। विश्व में सबसे तेज़ गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था, भारत का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने हर्ष व्यक्त किया कि भारत और जाम्बिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश भी लगातार बढ़ रहा है।
भारत द्वारा जी-20 समूह की अध्यक्षता का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि जी-20 अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का एक प्रमुख मंच है और भारत विकासशील देशों और ग्लोबल साउथ के महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने के लिए इस मंच का उपयोग करने की मंशा रखता है। उन्होंने इसी क्रम में उन्होंने आगे कहा कि इस वर्ष भारत पी-20 सम्मेलन का आयोजन भी कर रहा है। ओम बिरला ने सूचित किया कि ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की अवधारणा के अनुरूप भारत सम्पूर्ण विश्व को एक परिवार के रूप में देखता है और इसी आधार पर जी-20 की थीम- ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ रखा गया है। उन्होंने आगे कहा कि भारत इस मंच पर वैश्विक मामलों के प्रभावी समाधान का प्रयास करेगा और इस उद्देश्य के लिए ज़ाम्बिया के सक्रिय सहयोग की आशा रखता है।
संसदीय संस्थाओं को लोकतांत्रिक शासन का महत्वपूर्ण स्तंभ बताते हुए ओम बिरला ने दोनों देशों के बीच नियमित संवाद पर बल दिया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जाम्बिया के संसदीय शिष्टमंडल का दौरा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगा।
इस अवसर पर ऊर्जा समिति के सभापति जगदम्बिका पाल, सांसद और श्रीमती प्रतिमा मंडल, सांसद सहित कई सांसद शामिल रहे।