पीरियड पर बात करना आज भी टैबू माना जाता है। लेकिन जैसे-जैसे समय बदल रहा है इसमें थोड़ा खुलापन भी देखने को मिल रहा है। फिर भी पीरियड या उससे सम्बंधित विषयों पर लोग बात करने से कतराते है क्योकि ये नार्मल की कैटेगरी में नहीं आता। आजकल पीरियड से सम्बंधित एक ऐसा ही ट्रेंड काफी चर्चा में है, जिसमें महिलाएं अपने पीरियड के खून को मास्क की तरह इस्तेमाल कर रही हैं। और ये काफी ज्यादा ट्रेंड में है। बता दें की कुछ साल पहले पीरियड से बना मास्क काफी चलन में था जो अब काफी ज्यादा हिट हो चूका है। एक रिपोर्ट के अनुसार #moonmasking और #menstrualmasking के हैशटैग के अंदर इस ब्यूटी हैक्स से जुड़े वीडियोज को करीब 6.4 बिलियन व्यूज मिल चुके हैं। एक तरफ जहां ये हैक काफी ज्यादा वायरल हो रहे हैं वहीं डॉक्टर्स ने इसे काफी खतरनाक बताया है।
कैसे होता है इसका इस्तेमाल ?
बता दें की इस इस तरह के बने मेंस्ट्रुअल मास्किंग में महिलाएं फेस मास्क के लिए पीरियड ब्लड का इस्तेमाल करती हैं। जिसकी वजह से मेंस्ट्रुअल कप का बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। दरअसल होता ये है की महिलाएं मेंस्ट्रुअल कप में अपने पीरियड ब्लड को इक्क्ठा करती हैं और इसे फेस मास्क की तरह इस्तेमाल करती है। वहीं इसे इस्तेमाल कर रही कुछ महिलाओं का कहना है की उन्हें हॉर्मोनल एक्ने में कमी महसूस हुई, तो वहीं कुछ ने इस तरह अपने पीरियड ब्लड को यूज करने को एम्पावरिंग स्टेप बताया।
भारत में आमतौर पर महिलाएं पैड का इस्तेमाल करती है लेकिन अब इसका स्थान धीरे-धीरे मेंस्ट्रुअल कप ले रहा है। हालाँकि वेस्ट कन्ट्रीज में ये काफी ज्यादा इस्तेमाल होता है। ये कप्स रबर, सिलिकॉन या लैटेक्स से बने होते हैं। फैनल शेप कप को वजाइना एरिया में अंदर की ओर लगाया जाता है। जब ब्लड का फ्लो होता है तो ये मेंस्ट्रुअल कप में इकठ्ठा हो जाता है। जिसे बाद में खाली करके दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है। कप में ब्लड इकठ्ठा होने से इसे मास्क के तौर पर इस्तेमाल करना आसान हो जाता है, जिससे ये हैक इस्तेमाल करना बहुत ज्यादा आसान हो जाता है।
क्या कहते है डॉक्टर्स ?
हालाँकि डॉक्टर्स का कहना है की इसे दोबारा इस्तेमाल करने के लिए गर्म पानी में स्टरलाइज़ करना जरुरी है नहीं तो इससे इन्फेक्शन्स हो सकते हैं। ऐसा ही एक इंफेक्शन Endometriosis है। क्योंकि पीरियड ब्लड में डेड स्किन सेल्स और यूट्रिन इनर लाइनिंग होती है।
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वहीं डॉक्टर्स ने इसे इस्तेमाल करके वालों को सावधान करते हुए कहा की इस वायरल तरीके को इस्तेमाल करने पर खून में पाए जाने वाले फंगस और जर्म स्किन एक्ने को भी जन्म दे सकते हैं और साथ ही ओपन पोर्स में घुसने पर इनसे अन्य स्किन डिसीज का खतरा पैदा हो सकता है।’ वहीं कुछ डॉक्टर्स ने कहा है की किसी की टर्न्ड को बिना सोचे समझे फॉलो नहीं करना चाहिए। हर हैक साइंटिफिक टेस्ट से गुजरा हुआ होना चाहिए। और डर्मेटोलॉजिस्ट मेन्स्ट्रुअल ब्लड इस्तेमाल करने के सख्त खिलाफ हैं।’