(अजय पाल)-मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से बड़ी खबर सामने आयी। बता दे कि मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में करीब दो महीने में 6 चीतों की मौत हो चुकी है। इसमें तीन शावक भी शामिल है। वही गुरुवार 25 मई को दो शावकों की मौत हो गयी।वहीं डॉक्टरों का कहना है भीष्ण गर्मी की वजह से शावकों की जान गयी। वहीं बचे हुए शावक की हालात गंभीर बनी हुई है। ये सभी मादा चीता ज्वाला के बच्चे थे।
दो महीने में छह चीतों की मौत
बता दे कि तीन शावकों की मौत को मिलाकर पिछले 2 महीने में कुल 6 चीतों की मौत हो चुकी है। पहले तीन चीतों की मौत अलगअलग कारणों से हुई थी। मादा चीता ज्वाला के तीन शावकों की मौत की वजह ज्यादा गर्मी बतायी जा रही है। वहीं बीमार चल रहे शावक को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। पिछले दो दिनों से शावक की हालात पहले से बेहतर बतायी गयी।
Read also: राहुल गांधी की अयोग्यता और अडानी मुद्दे पर विपक्ष ने आज काले कपड़े पहन कर प्रदर्शन किया
24 से घटकर 18 हुई चीतों की संख्या
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था. इसके बाद बाद 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते कर लाए गए थे।इस तरह से चीतों की संख्या 20 हो गई थी। वहीं मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था। इसके बाद चीतों की संख्या बढ़कर 24 हो गयी थी।
भारत में 1952 में विलुप्त हो चुके है चीते
भारत में चीतों को 1952 में विलुप्त घोषित कर दिया गया था। साल 2009 में भारत में एक बार फिर से चीतों को बचाने की मुहिम पर प्रोजेक्ट चीता की शुरुआत की गयी। लगभग 22 साल के लंबे इंतजार के बाद साल 2022 में देश में एक बार फिर से नामिबिया से लाकर आठ चीतों को भारत में बसाया गया। इसी साल दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों को भी भारत में लाया गया था।