( सत्यम कुशवाह )- देश में भारी बारिश और बाढ़ अपना विकराल रूप दिखा रही हैं। उत्तर-भारत के कई राज्य इस ‘जल तांडव’ के संकट से जूझ रहे हैं। भारी बारिश के कारण उत्तर-भारत में बह रही कई नदियां भी उफान पर हैं। कहीं भूस्खलन हो रहा है तो कहीं बादल फट रहे हैं, कहीं रास्ते कट रहे हैं तो कहीं गांव और शहर जलमग्न हैं। जिन इलाकों में स्थिति ज्यादा भयावह बनी हुई है और जानमाल का संकट बना हुआ है वहां NDRF की टीमें, सेना, शासन और प्रशासन हर संभव मदद पहुंचाने में जुटा है। राहत व बचाव कार्य जारी है। कई जगहों पर यातायात भी प्रभावित हो रहा है, लोग जहां के तहां फंसे हुए हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों के लिए खाने-पीने का भी संकट बना हुआ है। कई इलाकों में स्थिति ऐसी है जहां लोग इस जल तांडव के संकट से तो बच जाएं लेकिन कहीं भूख ही ना मार डाले। जिन राज्यों में बारिश और बाढ़ आफत बनी हुई है उनका हाल कुछ इस प्रकार है।
उत्तर-भारत के इन राज्यों में ‘जल तांडव’ –
जम्मू कश्मीर-
जम्मू में भारी बारिश के कारण चिनाब नदी का जलस्तर बढ़ गया है। भारी बारिश के कारण डोडा जिले के चिराला क्षेत्र में भी अचानक बाढ़ आई है, जो लोगों के लिए आफत बनी हुई है। वहीं रामबन में विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश और भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हुआ है। निकासी का काम जारी है। पुलवामा के रोमशी नाले में भी अचानक जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। वहीं लद्दाख के लेह में बादल फटने के बाद बहाली का काम लगातार जारी है।
आफत की बारिश और बाढ़ के मुद्दे पर SSP डोडा अब्दुल कयूम ने बताया है कि भारी बारिश के कारण कुछ लोग यहां फंस गए थे जिन्हें रेस्क्यू कर लिया गया है। डोडा-किश्तवाड़ रोड़ क्षतिग्रस्त हो गई थी जिसे ठीक करा दिया गया है और ट्रैफिक बहाल हो गया है। किसी की जनहानि की सूचना नहीं है।
महाराष्ट्र-
महाराष्ट्र के कई इलाकों में भी भारी बारिश और बाढ़ लोगों के लिए मुसीबत बनकर आई है। महाराष्ट्र के बुलढाणा में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हुआ है। यवतमाल में हो रही लगातार बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव देखा गया है। लोगों के घरों में पानी घुस गया है, लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हैं। यवतमाल में लगातार बारिश के बाद पुष्पावती नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण आनंद नगर गांव में कई लोग फंसे हुए हैं, यहां वायुसेना के हेलीकॉप्टर द्वारा बचाव अभियान जारी है। यवतमाल जिले में घर की दीवार गिरने से 2 लोगों की मृत्यु हो गई है। SDRF द्वारा 5 अलग-अलग स्थानों पर बचाव अभियान जारी है। वहीं रायगढ़ में खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में भूस्खलन के कारण 22 लोगों की मृत्यु हुई थी और कई घायल हुए। NDRF टीम द्वारा बचाव अभियान अभी भी जारी है। हुई भूस्खलन की घटना में NDRF ने 3 और शव बरामद किए हैं।
वहीं मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के पालघर, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है।
गुजरात-
गुजरात के नवसारी शहर में भारी बारिश के बाद कई हिस्सों में जल जमाव हो गया है। भारी बारिश के कारण पूर्णा और अंबिका नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नवसारी में भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 48 पर भारी ट्रैफिक जाम हुआ। जूनागढ़ में भी लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हुआ है। अभी हाल में ही जूनागढ़ में बादल भी फटा है।
उत्तराखंड-
उत्तराखंड के उत्तरकाशी के छाड़ा खड्ड में शुक्रवार देर रात्रि बादल फटने से नगर पंचायत पुरोला के वार्ड नंबर 3 व 4 में कुछ भवनों, वाहनों व रास्तों को क्षति पहुंची है। कई इलाकों में भारी बारिश के कारण और भूस्खलन के कारण आवागमन भी ठप है। उत्तरकाशी जिले के बड़कोट में गंगनानी के पास भारी बारिश के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर मलबा और पत्थर गिर गए।
दिल्ली-
देश की राजधानी दिल्ली भी यमुना के उफान के कारण बाढ़ प्रभावित हो चुकी है। लाल किला हो या राजघाट सब यमुना के जल में जलमग्न हो चुके हैं। यमुना नदी का जलस्तर कल रात एक बार फिर खतरे के निशान के ऊपर पंहुच गया था, फिलहाल जलस्तर कुछ कम होने की जानकारी मिली है। जानकारी के मुताबिक हथिनीकुंड बांध से फिर एक बार यमुना में पानी छोड़ा गया है, जिससे यमुना का जलस्तर अभी और बढ़ने का अनुमान है। फिलहाल दिल्ली पर अभी भी बाढ़ का खतरा बना हुआ है। दिल्ली में आई बाढ़ के कारण निचले इलाकों के लोग पहले ही राहत शिविरों की शरण ले रहे हैं।
राजस्थान-
राजस्थान के जोधपुर में शुक्रवार को हुई भारी बारिश के कारण शहर में भारी जलभराव हुआ है और कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हुई है। कई दोपहिया वाहन और सामान तो पानी के साथ तिनके की तरह बह गए। सोशल मीडिया पर जिसके वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। मौसम विभाग ने बांसबाड़ा, डुंगरपुर, उदयपुर, झालाबाड़ और सिरोही जिलों में भी भारी बारिश की उम्मीद जताई है।
हिमाचल प्रदेश-
हिमाचल प्रदेश भी भारी बारिश और बाढ़ की मार झेल रहा है। मंडी में बहुत बुरे हालात देखने को मिले थे। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक दो नेशनल हाईवे समेत 605 सड़कें भूस्खलन की वजह से बंद रहीं। पिछले 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश के अधिकतम हिस्सों में बारिश हुई है। अगले 24 घंटों के लिए प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में 23-24 जुलाई को येलो अलर्ट और 25-26 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
हरियाणा-
हरियाणा में भी भारी बारिश और नदियों के उफान के कारण जल ने कई जिलों में तांडव किया है। हरियाणा में घग्गर और यमुना के उफान की वजह से काफी नुकसान देखने को मिला है। यहां पलवल, सिरसा, फतेहाबाद समेत कई जिले जलमग्न हुए । इस कारण प्रदेश सरकार ने 12 जिलों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया है।
उत्तर प्रदेश –
उत्तर प्रदेश में भी गंगा और यमुना नदी के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी हुई है। दोनों नदियों से सटे कई इलाकों के लिए अब बाढ़ का संकट खड़ा हो रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी जी के पैतृक गांव बाह बटेश्वर में भी यमुना उफान पर हैं जहां का प्रसिद्ध शिव मंदिर परिसर भी जलमग्न हो गया है। वहीं गाजियाबाद की हिंडन नदी में भी जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जिसके कारण कई निचली बस्तियों जलमग्न हो गई हैं। प्रदेश में भारी बारिश और कई दिनों तक मौसम ना खुलने के कारण किसानों का काफी नुकसान हुआ है।
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