International Gita Mahotsav: यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत, अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्, परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्, धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे। धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में इस साल अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव (International Gita Mahotsav) 28 नवंबर से शुरू हो जाएगा। यह महोत्सव 15 दिसंबर तक चलेगा। महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 5 दिसंबर से 11 दिसंबर के बीच आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही जिला स्तर पर मुख्यालयों में 3 दिन के कार्यक्रम आयोजित किए गए।
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कब हुई अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की शुरुआत ?
गीता जिसे हिंदूओं का पवित्र ग्रंथ माना जाता है। गीता से मिला ज्ञान हमें जीने की राह दिखाता है। ऐसा पवित्र और महाज्ञान हरियाणा की पवित्र धरती कुरुक्षेत्र पर दिया गया था। 2016 में हरियाणा सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाने की शुरुआत की थी। जिसके बाद प्रत्येक वर्ष यह महोत्सव मनाया जाता है। इस महोत्सव में भारत के अलावा दूसरे देशों के विशेषज्ञ भी गीता पर अपने विचार साझा करते हैं।
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इस बार क्या है खास ?
इस बार का गीता महोत्सव इसलिए भी बेहद खास है क्योंकि नायब सरकार बनने के बाद यह पहला गीता महोत्सव है। इस गीता महोत्सव की छटा निराली होगी जिसके लिए सरकार ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। इस महोत्सव को लेकर CM सैनी ने चंडीगढ़ में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की थी। जिसमें तैयारियों को लेकर कई मुद्दे पर चर्चा हुई। बैठक में मंत्री विपुल गोयल और गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज भी मौजूद थे। इस साल के अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में तंजानिया पार्टनर देश और पार्टनर राज्य ओडिशा होगा।