(आकाश शर्मा)- Badrinath Dham– भगवान विष्णु को समर्पित बद्रीनाथ मन्दिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। उत्तराखंड के चमोली जिले में बने मंदिर के कपाट दोपहर तीन बजकर 33 मिनट पर बंद होंगे। शीतकाल के लिए केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्रीधाम के कपाट कुछ दिन पूर्व ही बंद हो गए हैं।..Badrinath Dham
पंच पूजाओं के पांचवें दिन आज रावल स्त्री वेष धारण कर माता लक्ष्मी को बदरीनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान करेंगे। उसके बाद उद्धव जी और कुबेर जी मंदिर प्रांगण में आएंगे। दिन में 3:33 बजे विधिपूर्वक बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। सर्दियों में बर्फबारी और ठंड की वजह से हर साल अक्टूबर-नवंबर में चारधाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद रहते हैं और अप्रैल-मई में दोबारा विधि- विधान के साथ खोले जाते हैं।
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मां लक्ष्मी को दिया आमंत्रण
बद्रीनाथ मन्दिर धाम के कपाट बंद होने की वैदिक प्रक्रिया भैयादूज से हो गई थी। आज बद्रीनाथ धाम में विविध अनुष्ठान संपन्न कराए जा रहे हैं। इससे पूर्व शुक्रवार को मां लक्ष्मी की पूजा कर उन्हें बदरीनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान होने का आमंत्रण दिया गया। इस दौरान विभिन्न अनुष्ठान संपन्न हुए।
ओंकारेश्वर में विराजमान हुए बाबा केदार
केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए भैयादूज पर्व पर बंद हो गए थे। उनकी डोली विभिन्न पड़ावों को पार करते हुए शुक्रवार को ओंकारेश्वर पहुंच गई थी। शीतकाल में छह माह तक बाबा केदारनाथ की नित्य पूजा ओंकारेश्वर में ही होगी।
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