Delhi Coaching Accident : दिल्ली में नालों की सफाई और जलभराव पर उठ रहे सवालों पर मंत्री सौरभ भारद्वाज ने जवाब दिया है।दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सोमवार को कहा कि उन्होंने 20 मई, 2024 को शहर से गाद निकालने के संबंध में मुख्य सचिव नरेश कुमार को पत्र लिखा था, जिसका उन्होंने अब तक कोई जवाब नहीं दिया।भारद्वाज ने कहा, “मैंने 20 मई, 2024 को मुख्य सचिव को दोबारा पत्र लिखा। हालांकि, पहली चीज तो उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की थी। 20 मई को मैंने उनको पत्र लिखा कि कहा था कि मानसून से पहले गाद निकालना बहुत महत्वपूर्ण है।ृ
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हमें इन छह विभागों, सिंचाई बाढ़ नियंत्रण, पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, एनडीएमसी, डीडीए और दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड को टाइमलाइन, टारगेट डेट और करंट स्टेटस। इनमें से ज्यादातर विभाग मेरे नियंत्रण में नहीं हैं। लेकिन शहरी विकास मंत्री होने के नाते मैंने इन विभागों के साथ सक्रिय रूप से कुछ करने के बारे में सोचा। इसके अलावा मैंने मुख्य सचिव से उन सभी विभागों के बारे में टाइमलाइन और टारगेट डेट के बारे में सोचा।
मैंने ये पत्र 20 मई को लिखा था, लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी भरने की वजह से तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई थी। इस तीन मंजिला कोचिंग सेंटर के बिल्डिंग प्लान को एमसीडी ने 2021 में मजूरी दी थी।
दिल्ली में कोचिंग हादसे के बाद से एमसीडी सवालों के घेरे में आ गई है. विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्र एमसीडी पर शहर में बदहाली फैलाने का आरोप लगा चुके है।दिल्ली सरकार और एमसीडी की आंख के नीचे शहर में कई ऐसे कोचिंग सेंटर हैं जिनका संचालन बेसमेंट में किया जा रहा है, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. दूसरी ओर AAP सरकार आरोपों से पल्ला झाड़ती नजर आई है.