दिल्ली में मेयर को लेकर सियासी पारा चरम पर रहा। जमकर हंगामा हुआ, आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला चला, कार्यवाही के बीच भरी सदन को स्थगित किया गया। आम आदमी औऱ बीजेपी के पार्षदों के बीच की लड़ाई सर से उपर तक जा पहुंची तब जाकर कहीं आप पार्टी से मेयर बना। जिसमें मेयर पद की जीत की दावेदारी करने वाली शैली ओबेराय ने 150 मत हासिल किया हैं। जिसमें विपक्षी पार्टी बीजेपी से रेखा गुप्ता को हार दी है। जिसमें शैली ओबेरॉय ने 150 औऱ भाजपा की रेखा गुप्ता को 116 वोट मिले। इस तरह से शैली ओबेरॉय ने 34 वोटों से जीत दिल्ली एमसीडी की मेयर बनी।
लेकिन क्या आपको बता है कि शैली ओबेरॉय महज 38 दिनों के लिए ही मेयर के पद पर रह पाएंगी। जिसके लिए इतना कुछ हंगामा हुआ हो उस पद का कार्यकाल महज 38 दिन के लिए ही है। तो इसके पीछे की वजह आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा भी क्या है..
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दरअसल, 1 अप्रैल से अगले 31 मार्च तक के लिए ही मेयर चुना जाता है। जिसके पीछे एक एक्ट लागू होता है जिसमें डीएमसी एक्ट की धारा दो आर्टीकल (76) के तहत मेयर पद के लिए जिसके अनुसार एमसीडी का वर्ष अप्रैल महीने के पहले दिन से शुरू होता है। जो अगले अगले साल 31 मार्च को ही खत्म हो जाता है।लेकिन यहां 22 फरवरी को शैली ओबेरॉय मेयर चुनी गई तो इनका कार्यकाल समय के आधारित 31 मार्च को खत्म हो जाएगा। तो ऐसे में वह सिर्फ 38 दिन तक ही मेयर के पद पर रहकर कामकाज कर सकेंगी । इसके बाद दोबारा से 1 अप्रैल को मेयर का चुनाव होगा।