बजट 2024-25: राजस्थान के बाजरा किसानों को बीज पर सब्सिडी मिलने की उम्मीद

Union Budget 2024 Expectations: राजस्थान में बाजरे की खेती देश में सबसे ज्यादा की जाती है। राजस्थान में बाजरे की खपत भी खूब होती है। इसके बावजूद किसानों को शिकायत है कि सरकार इसकी खेती को ज्यादा समर्थन नहीं देती।बाड़मेर जिले में बाजरे की सबसे ज्यादा खेती की जाती है। वैसे सूबे की रबी फसलों में गेहूं की खेती सबसे ज्यादा है। ख़रीफ़ की फसलों में बाजरा कुल कृषि क्षेत्र के तकरीबन चौथे हिस्से में बोया जाता है।किसानों और व्यापारियों का कहना है कि बाजरे के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य न होने की वजह से इसकी खेती में गिरावट आई है।

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बाड़मेर में बाजरा किसानों को उम्मीद है कि एक फरवरी को पेश होने वाला बजट उनकी परेशानियों को थोड़ा कम करेगा।उनकी शिकायत है कि बाजरे के बीज बहुत महंगे हैं। अच्छी किस्मों के बीज और ज्यादा महंगे होने से किसान बाजरे की खेती से किनारा कर रहे हैं।केंद्र सरकार ने बाड़मेर के गुड़ामालानी में बाजरा अनुसंधान केंद्र की स्थापना की है लेकिन ज्यादातर किसान इसके बारे में नहीं जानते।बाड़मेर के बाजरा किसानों को उम्मीद है कि केंद्र सरकार राज्य में बाजरा की खेती को बढ़ावा देने के लिए बीज खरीद पर सब्सिडी देने के अलावा सार्वजनिक वितरण प्रणाली में बाजरा की बिक्री को प्रोत्साहित करने वाली योजनाएं लाएगी।

किशनलाल, किसान: सरकार से यही मांग करते हैं हम समर्थन में कम से कम तीन हजार रुपया मिलना चाहिए। इससे कम कोई भी उपयुक्त नहीं होगा। जो खेती बाड़ी करते हैं, उसमें ट्रैक्टर वो भी महंगे हैं। एक घंटे का 1500 रुपये लेते हैं। इसलिए हमारे काम के लिए कम से कम तीन हजार से ऊपर होने चाहिए।”

प्रतीक वडेरा, व्यापारी: बाजरे की खपत ज्यादा है बाड़मेर में और इसकी डिमांड भी ज्यादा है। इसके लिए कुछ न कुछ सरकार को करना चाहिए बाजरे के लिए। अगर ज्यादा बुआई होगी तो भाव भी अच्छे आएंगे उनके। सवाल: अगर किसानों को सुविधाएं मिलें तो क्या वे अच्छी फसलें उगा पाएंगे?जवाब: हां अच्छी सुविधाएं मुहैया कराई गईं तो मिल जाएगी।”चंपा लाल, किसान: बाजरे के बीज महंगे दाम में मिल रहे हैं। सरकार से अपील है कि बीज को सस्ते दाम में हम लोगों को दें। ताकि फसल की पैदावार हम ज्यादा कर सके।और पकने पर जो बाजार में मार्केट में बेचते हैं वो अच्छी भाव में मिले तो खेती भी ज्यादा करेंगे। बाड़मेर में सबसे ज्यादा इसकी उपज होती है।”

भंवरा राम, किसान: बीज सस्ती कीमतों पर मिलने चाहिए और हम जब बाजार में फसलों को बेचते है तो उसकी भी अच्छी कीमत मिलनी चाहिए।कुंभाराम, किसान:किसानों को फसल की अच्छी उपज मिलनी चाहिए। देसी बाजरा के बीज सस्ते हैं उसका रेट 21-22 रुपये। जैसे साइड का आता है तो किसान को ज्यादा पैसे में खरीदना पड़ता है। अच्छे वाले बाजरे के बीज की कीमत बहुत ज्यादा है। इस तरह के बीज यहां उपलब्ध नहीं हैं।”

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