Chandigarh: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के एक वक्त में करीबी सहयोगी रहे एक व्यक्ति की सोमवार 1 दिसंबर की रात चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित टिम्बर मार्केट के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने ये जानकारी दी। मृत व्यक्ति की पहचान इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी (35) के रूप में हुई है। गोली लगने के बाद उसे स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को संदेह है कि ये हत्या अंतर-गिरोह प्रतिद्वंद्विता से जुड़ी हो सकती है और उसने मामला दर्ज कर लिया है। Chandigarh
अधिकारियों के मुताबिक, शुरूआती जांच से पता चला है कि पैरी के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। जानकारी के मुताबिक वो सोमवार यानी 1 दिसंबर की शाम को एक एसयूवी में एक निजी क्लब से निकला था। उसके साथ कार में एक और व्यक्ति था, जिसकी पहचान अभी तक नहीं हो पायी है। उन्होंने कहा कि गाड़ी के कुछ दूर आगे बढ़ने के तुरंत बाद पैरी के साथ कार में मौजूद व्यक्ति ने ने उस पर गोलियां चला दीं। एसयूवी के अंदर से लगभग पांच खाली कारतूस बरामद हुए। कुछ ही देर बाद एसयूवी के पीछे चल रही एक और गाड़ी पास में रुकी। उन्होंने बताया एक हमलावर बाहर निकला और पैरी पर फिर से गोली चलाई, ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि वह मारा गया है और फिर उसी गाड़ी में बैठकर भाग गया। Chandigarh
Read Also: Bigg Boss से बाहर होने के बाद छलका अशनूर कौर का दर्द, Tanya Mittal पर कही ये बात
पुलिस ने बताया कि हमले में 10 से ज़्यादा गोलियां चलाई गईं। घटना के बाद हरि बॉक्सर आरज़ू बिश्नोई नाम से एक असत्यापित फेसबुक पोस्ट में अपराध की ज़िम्मेदारी लेते हुए आरोप लगाया गया कि पैरी ने स्थानीय क्लब से पैसे वसूले और उनके साथियों पर हमले की योजना बनाई। पुलिस पोस्ट की सत्यता की जांच कर रही है। पैरी कभी बिश्नोई गिरोह का हिस्सा था, लेकिन ऐसा माना जाता है कि वह एक अन्य गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के ज्यादा नजदीक हो गया था, जो पहले ही बिश्नोई समूह से अलग हो चुका है।
चंडीगढ़ सेक्टर 33 के निवासी पैरी के खिलाफ इस केंद्र शासित प्रदेश और पंजाब में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या का प्रयास, वसूली, हमला, दंगा और शस्त्र अधिनियम के तहत अपराध शामिल हैं। वे बिश्नोई के साथ डीएवी कॉलेज में उनके छात्र जीवन से ही जुड़ गया था। दोनों ने 2010 में पंजाब विश्वविद्यालय छात्र संगठन के माध्यम से छात्र राजनीति में प्रवेश किया और एक बार साथ जेल भी गए। पैरी का पुलिस के साथ टकराव का लंबा रिकॉर्ड रहा है। 2011 में बिश्नोई, पैरी और अन्य ने कथित तौर पर सेक्टर 40 स्थित एक घर में जबरन घुसकर एक व्यक्ति पर हमला किया था। मार्च 2022 में पैरी को गिरफ्तार कर लिया गया और एक पिस्तौल बरामद की गई, जिसके बाद पूछताछ के दौरान एक ‘ग्लॉक’ पिस्तौल भी जब्त की गई। Chandigarh
