(प्रदीप कुमार): छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को लेकर कड़ा बयान दिया है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि उच्चतम न्यायालय में एक मामले की सुनवाई के दौरान राजनीतिक उद्देश्यों के लिए उन पर ‘झूठे और शरारत पूर्ण’ आरोप लगाए गए है। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित नागरिक आपूर्ति निगम घोटाले यानि नान घोटाले के मामले में राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कथित आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने इस संबंध में जज से मुलाकात की थी। खुद पर लगे आरोपों पर नाराज़गी जताते हुए आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने विरोधियों को जवाब दिया है।मुख्यमंत्री बघेल ने इन आरोपों को झूठा बताया। उन्होंने सख्त अंदाज़ में अपनी बात रखी है।
इस प्रकरण में अपने आधिकारिक ट्विटर हेंडल पर भी बयान देते हुए सीएम भूपेश लिखा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यजनक है कि सॉलिसिटर जनरल जैसे सर्वोच्च संवैधानिक पदों पर बैठा व्यक्ति राजनीतिक उद्देश्यों से झूठे एवं शरारत पूर्ण आरोप लगा रहा है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैंने कभी किसी जज से मिलकर किसी भी अभियुक्त के लिए किसी भी प्रकार का फेवर करने का अनुरोध नहीं किया।
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दरअसल 5 दिन पूर्व सुप्रीम कोर्ट में छत्तीसगढ़ के चर्चित नान घोटाले मामले में सुनवाई हुई। याचिका पर सुनवाई के दौरान ईडी की तरफ से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सीएम भूपेश बघेल के लिए कहा कि उनके एक कथित निकट सहयोगी की व्हाट्सएप चैट से पता चला है कि नागरिक आपूर्ति निगम घोटाला मामले के कुछ आरोपियों को जमानत स्वीकार करने से 2 दिन पहले मुख्यमंत्री एक न्यायाधीश से मिले थे। ये न्यायाधीश बिलासपुर हाईकोर्ट से संबंधित बताए जा रहे हैं।अब मुख्यमंत्री बघेल ने इस घटनाक्रम पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।