अरविंद केजरीवाल ओखला लैंडफिल साइट के पास पहुंचे। और वहां उन्होंने कूड़े के पहाड़ का जायजा लिया। जहां उन्होने कहा की ओखला लेंडफिल साइड पर लगभग 26 साल से ये कूड़े का पहाड़ बन रहा है। 40 लाख मीट्रिक टन कूड़ा अभी बाकी है। वहीं 2019 से कूड़ा उठना शुरू हुआ था अभी तक यहां से 20 से 25 लाख मिट्रिक टन कूड़ा हटाया जा चुका है।
CM केजरीवाल ने ये भी कहा की ओखला लेंडफिल साइड को अगले साल मई तक साफ कर दिया जाएगा। सभी ऑफिसर और इंजीनियर लगे हुए हैं और उनका टारगेट है कि मई की बजाय इस साल दिसंबर तक कोशिश करके इस कूड़े के पहाड़ को खत्म कर दें। तीन तरह के कूड़े होते हैं एक सी एण्ड डी वेस्ट, एक आरडीएफ कहते है। अभी कूड़े को डिस्पोज करने की क्षमता बस 4 से साडे चार हज़ार टन की है। जिसकी वजह से हम 17 हजार टन कूड़ा हम लोग मैक्सिमम कैपेसिटी तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
दिल्ली सीएम ने कहा की 1 अप्रैल से इसको लगभग 10,000 मिट्रिक टन रोजाना कूड़ा डिस्पोज कर पाएंगे1 अप्रैल को मैं फिर से यहां का जायजा लेने आऊंगा। उम्मीद है कि 1 जून से यहां पर हम लोग 15 हजार मीट्रिक टन रोजाना कूड़ा डिस्पोज कर पाएंगे। अगर 15 हजार मिट्रिक टन कूड़ा रोजाना निस्तारण कर पाएंगे तो दिसंबर जनवरी तक हम अपना टारगेट कूड़ा साफ करने का पूरा कर पाएंगे।
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वहीं सीएम केजरीवाल ने कहा की कूड़ा डिस्चार्ज होने से यहां के आसपास लोगों को भी निजात मिलेगी। जब यहां से कूड़ा साफ हो जाएगा तो यहां पर सीएनटी वेस्ट का बड़ा प्लाट लगाय जायगा। बायोमेथेनेशन का प्लांट भी लगाया जाएगा। गाजीपुर और भलस्वा में भी काम किया जा रहा है वहां पर भी अगले दो-तीन दिन में जाएंगे तो वहां का भी जायजा लिया जाएगा।