Madhya Pradesh Congress- कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर स्ट्रांग रूम से पोस्टल बैलेट कथित तौर पर बाहर ले जाने के मामले में बालाघाट के कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) अनुपम राजन ने सोमवार को आरोपों से इनकार किया और कहा कि स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने प्रक्रिया पर संतोष जताया है और पूरे मामले में उनका ‘भ्रम’ दूर हो गया है।
कांग्रेस के चुनाव मामलों के प्रभारी जे.पी. धनोपिया ने ज्ञापन में कहा कि पोस्टल बैलेट को स्ट्रांग रूम से बाहर ले जाया गया और उन कर्मचारियों को सौंप दिया गया जो उन्हें लापरवाही से संभाल रहे थे। उन्होंने कहा कि ये पोस्टल बैलेट अब शक के घेरे में हैं। उन्होंने बालाघाट कलेक्टर गिरीश चंद्र मिश्रा और इस प्रक्रिया से जुड़े सभी कर्मचारियों को निलंबित करने की मांग की।
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कलेक्टरेट के जनसंपर्क विभाग ने अपने बयान में कहा कि डाक मतपत्रों को अलग करने के लिए स्थानीय तहसील कार्यालय में बनाए गए स्ट्रॉन्ग रूम को पार्टियों के अधिकृत मतदान एजेंटों की मौजूदगी में खोला गया था।
उन्होंने कहा कि प्रक्रिया के अनुसार, विभिन्न जिलों से इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम (ईटीबीपीएस) के माध्यम से आने वाले मतपत्रों को स्ट्रॉन्ग रूम खोलने के बाद हर दिन दोपहर तीन बजे विधानसभा-वार अलग किया जाता है।उन्होंने कहा चुनाव आयोग के निर्धारित नियमों के अनुसार मतपत्रों को सावधानीपूर्वक बंडलों में रखा जाता है।
बयान में कहा गया है कि किसी ने इस प्रक्रिया का वीडियो बना लिया और भ्रम पैदा करने के लिए इसे वायरल कर दिया। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव हुए थे और वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
PTI