(प्रदीप कुमार) – मणिपुर मामले को लेकर संसद में आज भी जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी दलों ने मणिपुर मुद्दे को उठाने के लिए दिन भर के लिए अन्य सभी कामकाज स्थगित करने और तुरंत चर्चा की मांग की लेकिन सरकार केवल “अल्पावधि चर्चा” के लिए सहमत हुई। इस मुद्दे पर लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही जोरदार हंगामा हुआ। स्पीकर ओम बिरला ने प्रश्नकाल की कार्रवाही शुरू करने के लिए कहा लेकिन विपक्ष के विरोध के बाद स्पीकर ने कड़े तेवर दिखाते हुए कहा कि चर्चा और समाधान से ही कोई हल निकलेगा सदन ना चलाने से मुद्दा नहीं सुलझेगा। इस बीच स्पीकर ने सरकार से उनका पक्ष जानने के लिए जवाब मांगा।इसके बाद सदन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया। भारी हंगामे और शोरगुल के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार मणिपुर मामले पर चर्चा के लिए तैयार है यह संवेदनशील मामला है
सदन के बाहर केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया कि विपक्ष चर्चा से बचने और संसदीय कार्यवाही को बाधित करने के लिए कुछ न कुछ बहाने बनाता है। इस बीच लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सदन के बाहर बयान दिया।अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मणिपुर हिंसा पर हम लगातार सदन में पीएम मोदी के बयान की मांग कर रहे हैं। मणिपुर का मुद्दा इतना घिनौना है कि इस पर कार्य स्थगन प्रस्ताव के तहत चर्चा होनी चाहिए।कल प्रह्लाद जोशी ने और आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपना बयान देकर चर्चा की बात कही है। पर विपक्ष को बोलने का मौका नहीं मिला। लोकसभा में भारी हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया। इधर राज्यसभा में भी मणिपुर मामले पर हंगामा जारी रहा।दरअसल, राज्यसभा में केंद्र सरकार मणिपुर पर नियम 176 के तहत चर्चा कराने को तैयार हो गई, लेकिन विपक्ष नियम 267 के तहत चर्चा कराने की मांग पर अड़ा रहा। राज्यसभा में कांग्रेस के उप नेता प्रमोद तिवारी ने नियम 267 के तहत दिए गए नोटिस में मणिपुर के विषय पर चर्चा की मांग की और कहा कि प्रधानमंत्री को सदन में बयान देना चाहिए।विपक्ष के जोरदार विरोध के बाद आज राज्यसभा को दोपहर 2:30 बजे तक और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया