Samrat Choudhary News: बिहार के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा में 2024-25 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की।सम्राट चौधरी ने कहा कि पिछले वर्ष की अपेक्षा वित्तीय वर्ष 2023-24 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वर्तमान मूल्य पर 14.5 प्रतिशत की और 2011-12 के स्थिर मूल्य पर 9.2 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है।
वहीं, स्थिर मूल्य पर राज्य की प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2022-23 के 33,763 रुपये से बढ़कर 2023-24 में 36,333 रुपया हो गई। जबकि वर्तमान मूल्य में प्रति व्यक्ति आय 2022-23 के 59,244 रुपये से बढ़कर 2023-24 में ये 66,828 रुपये हो गई। इसका मतलब है कि लगभग 7000 से अधिक एक वर्ष में प्रति व्यक्ति आय बढ़ने का काम किया हुआ है।
उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री, बिहार- वर्ष 2023-24 में बिहार का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) वर्तमान मूल्य पर 8,54,429 करोड़ का है और स्थिर मूल्य पर 2011-12 में 4,64,540 करोड़ का अनुमानित है। वर्ष 2023-24 के सकल राज्य घरेलू उत्पाद में गत वर्ष की अपेक्षा वर्तमान मूल्य पर 14.5 प्रतिशत और स्थिर मूल्य पर 9.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
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विवेकपूर्ण वित्तीय प्रबंधन के कारण वर्ष 2023-24 में राजस्व बचत 2,833 करोड़ रुपया रहा, जो पुन: 2024-25 में 1121 रुपये का बचत अनुमानित है। राज्य सरकार का सकल राजकोषीय घाटा वर्ष 2022-23 में 44,823 करोड़ रुपये से 20 प्रतिशत घटकर वर्ष 2023-24 में 35,660 करोड़ रुपया रह गया और पुन: 2024-25 में ये घटकर 29,095 करोड़ रुपया अनुमानित है।तो राष्ट्रीय स्तर पर हम दूसरे स्थान पर हैं। राष्ट्रीय स्तर पर जहां हमसे सिर्फ एक राज्य आगे चल रहा है तो उसमें 14.5 वहां की तेलंगाना सरकार की विकास दर है, तो यहां पर 14.47 जो एवरेज हम लोग मान सकते हैं कि दशमलव 0.3 हम पीछे रहे हैं। इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर हम पूर्ण रूप से विकास करने में आगे चल रहे हैं।”