Dirty Socks Stop Epileptic Attack: कोई व्यक्ति मिर्गी के दौरे से जूझ रहा हो और लोग उसे अस्पताल ले जाने की बजाय उसके नाक के पास गंदे जुराब ले जाकर सुंघा दें. यह सुनने में जितना अजीब लगता है, हाल ही में सोशल मीडिया पर यह उतना ही वायरल हो गया है। कई लोगों का मानना है कि गंदे जुराब की तीखी बदबू मिर्गी के दौरे को रोक सकती है। लेकिन क्या इस दावे में कोई सच्चाई है? क्या यह कोई परंपरागत देसी तरीका है या फिर सिर्फ एक अफवाह? इस तरह की मान्यताओं में कितनी सच्चाई है। आइए जानते हैं कि मिर्गी के दौरे के पीछे क्या कारण होते हैं और क्या वाकई गंदे जुराब सुंघाना कोई असर करता है या नहीं।
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क्या गंदे जुराब सुंघाने से मिर्गी का दौरा रुकता है?
मिर्गी के दौरे के दौरान व्यक्ति का मस्तिष्क असामान्य तरंगें उत्पन्न करता है। गंदे जुराब की बदबू से व्यक्ति के होश में आने की संभावना हो सकती है, लेकिन यह इलाज नहीं है। यह तरीका चिकित्सा की दृष्टि से न तो सुरक्षित है और न ही विश्वसनीय। अधिकतर यह एक मिथक या घरेलू ट्रिक जैसा है, जो कुछ लोगों द्वारा आजमाया गया होगा, लेकिन इसके पीछे कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
क्यों यह तरीका खतरनाक हो सकता है?
गंदे जुराब में मौजूद बैक्टीरिया से संक्रमण हो सकता है।
व्यक्ति की स्थिति और बिगड़ सकती है अगर दौरे के दौरान उसे गलत तरीके से हैंडल किया जाए।
यह असली इलाज को टालने जैसा है, जो मरीज के लिए घातक हो सकता है।
बदबू से होश आना संभव है, लेकिन यह दौरे को रोकने का इलाज नहीं है।
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मिर्गी के दौरे के समय क्या करना चाहिए?
व्यक्ति को किसी सुरक्षित जगह पर ले जाएं और उसे करवट से लिटाएं।
सिर के नीचे कुछ नरम रखें, ताकि चोट न लगे।
मुंह में कुछ भी न डालें, न ही पकड़ने की कोशिश करें।
दौरा रुकने तक शांत रहें और प्रतीक्षा करें।
अगर दौरा 5 मिनट से अधिक चलता है, तो तुरंत एम्बुलेंस बुलाएं।
