Dry Eye: आज के समय में मोबाइल, लैपटॉप और कंप्यूटर आदि का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। आजकल ना केवल युवा या नौकरी पेशेवर लोग बल्कि छोटे बच्चे और कुछ बड़े-बुजुर्गों का स्क्रीन टाइम बहुत ज्यादा हो चुका है जिसके कारण आंखों में सूखे की समस्या हो सकती है। जिसे ड्राई आइज कहा जाता है। यह शुरुआती समय में बेहद मामूली सी लगती है लेकिन समय के साथ यह गंभीर बीमारी बन सकती है। पहले ऐसा माना जाता था कि ये समस्या बढ़ती उम्र के साथ ही होती है। आज के समय में बढ़ते स्क्रीन टाइम के साथ यह समस्या भी बढ़ने लगी है।
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ड्राई आईज की समस्या क्या होती है?
यह एक प्रकार की आंखों की समस्या है जो वक्त के साथ गंभीर रूप ले लेती है। जब व्यक्ति के आंखों के आंसू कम बनने शुरू हो गए हो ऐसे में आई ड्राइज (Dry Eye) की समस्या हो जाती है। इसके कारण हमारी आंखें काफी सूखी-सूखी रहती है और जलन या खराश जैसी समस्या बनी रहती है।
बता दें, हमारी आंखों में तीन लेयर होती है जो हमारी आंखों को बचाए रखती है। जिसमें पहली फैटी ऑयल दूसरी जलीय द्रव और तीसरी म्यूकस। ये तीनों संयोजन रूप से हमारी आंखों को मऑइस्चराइज़ करने का काम करती है। इसके साथ ही इस बीमारी के होने का दूसरा बड़ा कारण है आज का बदलता लाइफस्टाइल, आज के इस डिजिटल युग में ज्यादातर लोग स्क्रीन के सामने अपना समय अधिक व्यतीत करते हैं। जिसके कारण आंखें भरपूर मात्रा में आंखों को मॉइस्चराइज प्रदान नहीं कर पाती।
क्या है आई ड्राइनेस के लक्षण-
इस समस्या से जूझ रहे लोगों को आँखों में जलन, चुभन और खरोंच जैसा एहसास होता है। ये व्यक्ति प्रकाश को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं। कई लोगों की आंखें इस बीमारी में अक्सर लाल भी रहती है। साथ ही कुछ चीजें उन्हें धुंधली दिखाई देती है। आंखों में ड्राइनेस (Dry Eye) के कारण इन्हें रात में ड्राइविंग करने में भी समस्या होती है।
क्या है बचने के उपाय-
इस बीमारी (Dry Eye) से बचने के कुछ उपाय है जैसे अपना स्क्रीन टाइम कम करें। अगर आप ऑफिस में कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करते हैं तो प्रत्येक 2 घंटे बाद ब्रेक ले। जिससे आपकी आँखों को आराम मिले। घर जाकर ज्यादा फोन का प्रयोग ना करें क्योंकि यह आपकी समस्या को और अधिक बढ़ा सकता है। चाहे आपको यह समस्या हो या ना हो लेकिन उसके बाद भी आपको कंप्यूटर पर काम करते समय हमेशा हानिकारकों किरणों से बचाने वाला चश्मा पहनना चाहिए।
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क्या है इलाज के उपाय-
इस बीमारी (Dry Eye) के इलाज के लिए आपको किसी अच्छे डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। हानिकारकों किरणों से बचने के लिए चश्मा जरूर पहने। साथ ही आपको पोषित आहार लेना चाहिए। इसमें मौजूद विटामिन और प्रोटीन आपके आँखों को स्वस्थ रखेंगे। विटामिन A आँखों के लिए बेहद अच्छा माना जाता है। डेयरी प्रोडक्ट में भरपूर मात्रा में विटामिन A होता है। इनका सेवन करने से आपको बेहद लाभ मिलेगा।