Elon Musk: दुनिया को एक बड़ी उपल्ब्धि प्राप्त हुई है। चांद-मंगल मिशन के लिए बनाया गया दुनिया का सबसे शक्तिशाली व्हीकल स्टारशिप का चौथा टेस्ट सफल रहा। यह 6 जून को शाम 6.20 बजे टेक्सास के बोका चिका से शुरू हुआ। इसमें स्टारशिप को स्पेस में ले जाने के बाद वापस पृथ्वी पर लाया गया और हिंद महासागर में सफलतापूर्वक उतारा गया।
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बता दें, इस बार के टेस्ट का मुख्य उद्देश्य यह था कि स्टारशिप पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करते समय सर्वाइव कर सकता है या नहीं। SpaceX, स्टारशिप बनाने वाली कंपनी, ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि पानी में लैंडिंग सफल रही। स्टारशिप के दिलचस्प चौथे उड़ान परीक्षण के लिए स्पेसएक्स टीम को बधाई! स्टारशिप के मालिक इलॉन मस्क ने टेस्ट के बाद एक पूर्व पोस्ट में कहा, ‘कई टाइलों के नुकसान और एक डैमेज्ड फ्लैप के बावजूद स्टारशिप ने समुद्र में सॉफ्ट लैंडिंग की पूरी राह तय कर ली! स्पेसएक्स टीम को इस महत्वपूर्ण सफलता के लिए बधाई।
इस रॉकेट को स्पेसएक्स, दुनिया के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी ने बनाया है। कलेक्टिवली, सुपर हैवी बूस्टर और स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट को स्टारशिप कहा जाता है। यह व्हीकल 397 फीट ऊँचा है। ये 150 मीट्रिक टन का भार ले सकता है और पूरी तरह से पुनःप्रयोग योग्य है। स्टारशिप सिस्टम मंगल ग्रह पर सौ व्यक्तियों को एक साथ ले जा सकेगा।
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ये लॉन्चिंग महत्वपूर्ण है क्योंकि ये स्पेसशिप ही लोगों को इंटरप्लेनेटरी बनाएंगे। यानी पहली बार पृथ्वी के अलावा किसी दूसरे ग्रह पर कोई आदमी इसकी मदद से चलेगा। मस्क चाहते हैं कि 2029 तक मंगल ग्रह पर लोगों को बसाना और वहाँ एक कॉलोनी बनाना होगा। मानवों को दुनिया के किसी भी कोने में एक घंटे से भी कम समय में पहुंचाने में भी ये स्पेसशिप सक्षम होगा।
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