Gujarat Weather Update: बारिश और बाढ़ से जूझ रहे गुजरात के कई जिलों में गुरुवार को हालात में कुछ सुधार दिखा। हालांकि वडोदरा और राज्य के कुछ दूसरे हिस्सों में अब भी बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं।वडोदरा में विश्वामित्री नदी का वाटर लेवल गुरुवार सुबह 37 फीट से घटकर 32 फीट हो गया।हालांकि, वडोदरा के सयाजी चिड़ियाघर में आई बाढ़ के पानी ने कुछ जानवरों और पक्षियों की जान ले ली। हाल में मौसम विभाग ने गुरुवार को सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
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डॉ. शीतल मिस्त्री, चेयरमैन (स्टैंडिंग कमेटी), वडोदरा नगर निगम: नदी ओवरफ्लो होने की वजह से सयाजी में जू है, वहां पर भी पानी भर गया था, उसकी वजह से हमने जू के सारे एनिमल को अपर स्टेटा में शिफ्ट कर दिया था, लेकिन पांच नीलगाय, मणिपुरी डियर, कछुआ और एक मगर की मृत्यु हो गई है और साथ में छोटे-छोटे साइज के बर्ड हैं जिसमें बजरी, कोकाटेल की भी मौत हो गई है।सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें जिला प्रशासन के साथ मिलकर सबसे ज्यादा प्रभावित वडोदरा, द्वारका, जामनगर, राजकोट और कच्छ जिलों में रिलीफ और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं।
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गुजरात में बाढ़ से 19 लोगों की मौत- बारिश की वजह से हुई घटनाओं से गुजरात में 19 और लोगों की मौत हो गई है। तीन दिनों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है।जबकि बुधवार को लगातार चौथे दिन भारी बारिश की वजह से करीब 17,800 लोगों को दूसरी जगह पहुंचाया गया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपदा की जानकारी लेने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात की और केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा भी जताया।एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के अलावा थल सेना, वायु सेना और कोस्ट गार्ड के कर्मी बारिश से प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं।=