(दीपा पाल )-प्रदर्शनी आयोजक की पत्नी पद्मा श्रीनिवासन कहा कि तीनों पीढ़ियों के विनयगर (गणेश जी) देखे जाते हैं। विनयगर के जमीन के नीचे, पृथ्वी पर और स्वर्ग में तीनों रूप यहां देखे जाते हैं। बहुत सारे नए मॉडल और इस वर्ष की विशेषता चंद्रयान है। विनयगर को चंद्रमा पर उतरते हुए दिखाया गया है और वह चंद्रमा की तस्वीरें ले रहा है और दुनिया को भेज रहा है।
इस प्रदर्शनी को चेन्नई के एक वास्तुकार ने आयोजित किया है और यह 12 दिनों तक चलेगी।विनयगर प्रदर्शनी का यह 17वां वर्ष है, इसमें 20,000 से अधिक विनयगर शामिल हैं। इस प्रदर्शनी में विभिन्न मूर्तियां, विभिन्न मॉडल और किस्में हैं। यह 4 मंजिलों में फैली हुई है। इसकी शुरुआत केवल 100 विनयगर के साथ हुई थी, अब 20,000 विनयगर हैं
Read also –भाषण अच्छा था लेकिन…,शशि थरूर ने PM मोदी के संबोधन के बाद मनमोहन सिंह को क्यों किया याद?
आयोजकों का कहना है कि अगर कोई पूरी प्रदर्शनी को देखना चाहे तो उसको छह घंटे से ज्यादा का वक्त लगेगा।बच्चे वास्तव में इन सभी विनायकों को देखने का आनंद ले सकते हैं। यहां कई प्रकार के विनायक हैं। कैरम बोर्ड खेलना, क्रिकेट, स्विमिंग पूल में विनयगर, रंगरत्नम में और अन्य प्रकार। कुल मिलाकर गिनती 20,000 है।ये प्रदर्शनी भादों की पूर्णिमा तक चलेगी यानी 29 सितंबर तक लोग इसे देख सकेंगे।