नई दिल्ली: सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि ओटीटी प्लेटफार्म के नियंत्रण और मार्गदर्शन के लिए दिशा निर्देश तैयार हो गया है और इसे जल्दी ही लागू किया जाएगा।
जावडेकर ने शून्यकाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी के महेश पोद्दार द्वारा इस मामले को उठाए जाने पर कहा कि ओटीटी प्लेटफार्म को लेकर दिशा निर्देश तैयार हो गया है जिसे जल्दी लागू किया जाएगा।
ओटीटी प्लेटफार्म को लेकर सरकार को सुझाव और शिकायतें मिली है। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हमें ओटीटी प्लेटफॉर्मों पर उपलब्ध कुछ वेब सीरीजों के खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं।
ओटीटी प्लेटफॉर्मों पर रिलीज फिल्में और सीरियल्स, डिजिटल समाचार पत्र, केबल टेलीविजन नेटवर्क्स एक्ट या सेंसर बोर्ड के दायरे में नहीं आते हैं।
आपको बता दें, पोद्दार ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान सिनेमाघरों और मनोरंजन के अन्य साधनों के बंद होने के बाद इंटरनेट तथा ओटीटी प्लेटफार्म की मांग में तेजी से वृद्धि हुई।
ओटीटी प्लेटफार्म पर महिलाओं को लेकर गंदी टिप्पणियां की जा रही है। इस पर गाली गलौज की भाषा का उपयोग हो रहा है इसलिए इसे नियंत्रित किए जाने की जरूरत है।
इससे पहले प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा मंत्रालय को ओटीटी प्लेटफॉर्म के कंटेंट के लिए एक स्व-नियामक तंत्र विकसित करने का आश्वासन दिया गया है।
उन्होंने कहा कि कानून के तहत प्रतिबंधित सामग्री पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया और हितों के टकराव के मसले भी हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रालय ने शिकायतों के बाद ओटीटी प्लेटफॉर्मों और IAMAI के साथ कई दौर की बात हुई है।