Haryana Doctors Strikes: हरियाणा में लगातार डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। डॉक्टरों के काम पर वापिस न लौटने की वजह से मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 25 जुलाई को डॉक्टरों की हड़ताल का पहला दिन था जिसके चलते मरीजों के लिए कई सेवाएं बंद रही। ओपीडी और इमरजेंसी सेवाओं से लेकर पोस्टमार्टम और ऑपरेशन तक नहीं हो रहे हैं। ऐसे में मरीजों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है।
Read Also: वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर कर रहे थे तैयारी… डंपर ने मारी टक्कर, महिला सफाई कर्मचारी की मौत
बता दें कि सरकार से अपनी मांगों को लेकर सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर बैठे हैं। डॉक्टरों ने एसीपी को लेकर मांग की है। डॉक्टरों की मांग है कि केंद्र और बिहार की तर्ज पर एसीपी को 5,10 और 15 साल न रखकर 4,9 और 13 साल किया जाए। साथ ही सीएमओ की सीधी भर्ती न की जाए और डॉक्टरों को उनके प्रमोशन के हिसाब से पद दिए जाए। डॉक्टरों ने ट्रेवल भत्ते में भी बढ़ोतरी की मांग की है, उनका कहना है कि ट्रेवल भत्ता 500 से बढ़ाकर 3000 किया जाए।
Read Also: Kargil Vijay Diwas: कारगिल युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देकर PM मोदी ने अग्निपथ योजना पर दिया ये बयान
5 घंटे की मीटिंग में भी नहीं बनी बात- चंडीगढ़ में शुक्रवार 26 जुलाई को डॉक्टरों के साथ मीटिंग में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल, स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ. रणबीर पूनिया के साथ-साथ अनेक अधिकारी सम्मिलित हुए। इस मीटिंग में डॉक्टरों के साथ बातचीत की गई लेकिन फिर भी कोई समाधान नहीं निकला। मीटिंग में सरकार और डॉक्टरों के बीच केवल एक मांग पर सहमति बनी। सरकार ने पीजी छात्रों की बॉन्ड राशि को घटा दिया है। पहले पीजी छात्रों की बॉन्ड राशि एक करोड़ थी जिसे अब सरकार ने घटाकर 50 लाख कर दिया है। लेकिन डॉक्टर अभी भी अपनी बाकी की मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं।
