Health Care Tips: सावधान! क्या आप भी हैं मिठाइयों के शौकीन तो हो सकते हैं इन बीमारियों का शिकार

Health Care Tips: Be careful! Are you also fond of sweets? You can become a victim of these diseases.

Health Care Tips: जैसे-जैसे त्योहार नजदीक आ रहे हैं हर घर में उत्साह भी बढ़ रहा है। भारत एक ऐसा देश है जहां पर हर त्यौहार में मिठाई का आना जाना जायज है। हम अक्सर त्योहारों में तरह-तरह की मिठाइयां खाते हैं और अपने आस पास भी बांटते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि वही दूध से बनने वाली मिठाई आपके लिए खतरा बन सकती हैं।

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बता दें कि दूध सेहत के लिए काफी फायदेमंद बताया जाता है अक्सर शरीर कमजोर होने पर दूध पीने की सलाह दी जाती है लेकिन आजकल मिलावटी दूध पीकर लोगों की सेहत का नुकसान हो रहा है। कई दुकानदार अधिक मुनाफा कमाने के लिए दूध में मिलावट कर बेचते हैं। दूध ही नहीं बल्कि खाने की हर तरह की चीजों यहां तक की दाल आदि में भी मिलावट की जा रही है और आप चाहकर भी इन मिलावटी चीजों को नहीं पहचान सकते हैं।

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इस संस्था द्वारा प्रमाणित वस्तुओं का करें सेवन

खाने पीने की चीजों को जांचने परखने का काम फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया का है। यह अथॉरिटी किसी भी चीज की जांच करके यह जानकारी देती है कि यह वस्तु शुद्ध है या नहीं। इस संस्था द्वारा खाद्य पदार्थों की प्रमाणिकता सिद्ध होती है और ऐसा भी कहा जाता है कि इस संस्था द्वारा प्रमाणित चीजों का ही सेवन करना चाहिए। यह संस्था शुद्धता और मिलावट को लोगों के सामने लेकर आती है ताकि कोई भी मिलावटी चीजों का सेवन न करें और उनकी हेल्थ पर बुरा असर न पड़े।

मिलावटी चीजों को जांचने का घरेलू तरीका

दाल, चावल, लाल मिर्च, हल्दी इन सभी चीजों का घर में इस्तेमाल होना आम बात है। लेकिन रोज खाने में इस्तेमाल की जाने वाली इन चीजों में भी मिलावट होती है लेकिन आप घर बैठे ही इस मिलावट की जांच कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर दूध में मिलावट करने के लिए स्टार्च का इस्तेमाल किया जाता है। दूध की शुद्धता जांचने के लिए थोड़े से दूध को गर्म करके उसे ठंडा होने दे और फिर उसमें आयोडीन सॉल्यूशन की कुछ बूंदें डालें। अगर सॉल्यूशन डालने से दूध का रंग बदलकर नीला हो जाए तो वह दूध मिलावटी है।

आर्टिफिशियल फ्लेवर बन रहे बीमारियों का कारण

मिठाईयों को रंगीन और आकर्षक दिखाने के लिए इनमें फूड कलर का इस्तेमाल किया जाता है। इन फूड कलर में बहुत ही हानिकारक केमिकल मिलाए जाते हैं जिससे बच्चों को बेहद नुकसान पहुंचता है और वे कई घातक बीमारियों का शिकार भी हो जाते हैं। खाने की चीजों को स्वादिष्ट बनाने के लिए नकली फ्लेवर का इस्तेमाल किया जाता है। ये आर्टिफिशियल फ्लेवर लीवर और किडनी पर बुरा असर डालते हैं और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की और आपको धकेलते हैं।
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