Health News: सुबह की पहली चाय के साथ बिस्किट खाना भारत में आम है, लेकिन इस “सहज” स्नैक में कई जोखिम छुपे होते हैं। अब तक के कई अध्ययन और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस संयोजन के संभावित नुकसानों को उजागर किया है। चलिए आज के इस आर्टिकल में हम चाय‑बिस्किट की आपकी आदत के बारे में विस्तार से चर्चा करते हैं…
हृदय पर प्रभाव
बाजार में मिलने वाले अधिकांश बिस्किट में ट्रांस‑फ़ैट और हाई‑सोडियम की मात्रा काफी अधिक होती है। ट्रांस‑फ़ैट, जो अक्सर हाइड्रोजेनेटेड वनस्पति तेलों से बनते हैं, रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को घटाते हैं। यह असंतुलन धमनियों की दीवारों में प्लेक जमा होने की प्रक्रिया को तेज कर देता है, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। Health News
सोडियम का अधिक सेवन शरीर में जल‑धारण को बढ़ाता है, जिससे रक्त की मात्रा बढ़ती है और रक्तचाप में वृद्धि होती है। लगातार उच्च रक्तचाप हृदय की मांसपेशियों पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे बायां वेंट्रिकल मोटा हो सकता है—एक स्थिति जिसे लेफ्ट वेंट्रिकुलर हाइपरट्रॉफी कहा जाता है। यह हृदय रोग और स्ट्रोक दोनों के लिए प्रमुख जोखिम कारक है। Health News
वजन बढ़ना और मोटापा
एक छोटे‑से बिस्किट में भी 40 से 150 कैलोरी तक हो सकती है, और अक्सर लोग एक कप चाय के साथ दो‑तीन बिस्किट खा लेते हैं। ये “खाली कैलोरी” – यानी पोषक तत्वों की कमी लेकिन ऊर्जा की भरपूर मात्रा – शरीर में आसानी से वसा के रूप में जमा हो जाती है। जब हम रोज़ाना आवश्यक से 100‑200 कैलोरी अतिरिक्त ले लेते हैं, तो यह साल भर में लगभग 5‑10 किलोग्राम वजन बढ़ाने के बराबर होता है। चाय‑बिस्किट की आदत कई लोगों के लिए इस अतिरिक्त कैलोरी का मुख्य स्रोत बन जाती है, क्योंकि बिस्किट में अक्सर शुगर, रिफ़ाइन्ड मैदा और तेल की मात्रा अधिक होती है, जबकि फाइबर और प्रोटीन की कमी होती है।
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क्या करें?
कोशिश करें की घर में बना हल्का स्नैक चाय के साथ लें। अगर बिस्किट नहीं छोड़ सकते, तो शुगर‑फ्री, फाइबर‑रिच और कम‑सोडियम वाले विकल्प चुनें। एक कप चाय में एक या दो बिस्किट तक रखें। साथ ही ये भी ध्यान रखें कि ओट‑बेस्ड, बिना शक्कर वाले या घर में बना बिस्किट जो फाइबर से भरपूर हो वहीं खाएं। पानी या हर्बल टाय से बदलें – कभी‑कभी चाय के बजाय गर्म नींबू पानी या अदरक‑चाय पीने से अतिरिक्त कैलोरी कम होती है।
स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव
रिफाइन्ड शुगर और मैदा से बने बिस्किट चाय में मिलकर रक्त‑शुगर को तेजी से बढ़ाते हैं, जिससे टाइप‑2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। टैनिन‑समृद्ध चाय और कार्बोहाइड्रेट‑भरे बिस्किट मिलकर एसिड रिफ्लक्स, गैस, ब्लोटिंग और कब्ज जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। इसके अलावा शुगर‑युक्त बिस्किट और चाय दोनों ही दांतों में प्लैक्स बनाते हैं, जिससे कैविटी और गुम रोगों का जोखिम बढ़ता है। Health News
