Rain: दक्षिण भारत के राज्यों केरल और तमिलनाडु में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई जगहों पर जलभराव से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। रविवार सुबह कई हिस्सों से बाढ़ और भूस्खलन की खबरें सामने आई हैं। अगले चार दिनों तक मौसम का यही मिजाज रहने वाला है। Rain
Read Also: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ विभिन्न शहरों में हुआ “नो किंग्स” प्रदर्शन
आपको बता दें, केरल के कई जिलों के ऊंचाई वाले इलाकों में रविवार को भारी बारिश जारी रही और कई निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। इडुक्की जिला सबसे ज़्यादा प्रभावित हुआ, जहाँ शनिवार रात और रविवार सुबह कई हिस्सों से बाढ़ और भूस्खलन की खबरें आईं हैं। वहीं अधिकारियों ने बताया कि नेदुमकंदम, कुमिली और कट्टप्पना इलाकों में बाढ़ की खबर है, जहाँ कई घरों और दुकानों में पानी घुस गया है। अधिकारियों ने बताया कि निवासियों को राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है। लगातार बारिश के कारण मुल्लापेरियार बांध का जलस्तर और बढ़ गया है। इस कारण बांध से पानी को छोड़ा भी गया है। Rain
तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों समेत कई हिस्सों में शनिवार को भारी बारिश हुई। उत्तर-पूर्वी मानसून के कारण राज्य में बारिश हो रही है। बारिश से दक्षिण के जलाशयों में पानी की मात्रा बढ़ गई, जबकि चेन्नई में 17 अक्टूबर से हो रही मध्यम से भारी बारिश के कारण चेन्नई में कुछ स्थानों पर जलभराव हो गया। मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वोत्तर मानसून 16 अक्टूबर को तमिलनाडु पहुंचा, जिससे पश्चिमी घाट और दक्षिणी जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है, जबकि चेन्नई सहित तटीय क्षेत्रों में मध्यम वर्षा जारी रहेगी। Rain
Read Also: ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय के भाई राजकुमार एंड्रयू ने त्याग दीं शाही उपाधियां
दक्षिण में कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, तेनकासी, तूतीकोरिन और विरुधुनगर जिलों में बारिश हुई, जबकि उत्तर में कांचीपुरम, चेन्नई, चेंगलपट्टू, तिरुवल्लुर, विल्लुपुरम, कुड्डालोर, तिरुवन्नामलाई और रानीपेट जिलों में भी तेज बारिश हुई। वहीं IMD ने चेतावनी दी है कि निम्न दबाव के दो प्रणालियों के कारण तेज वर्षा होने की संभावना है। दक्षिण-पूर्व अरब सागर और केरल-कर्नाटक तटों के पास लक्षद्वीप क्षेत्र के ऊपर एक सुस्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र बना है, जिसके अगले 36 घंटों के दौरान पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अवदाब में परिवर्तित होने की संभावना है। Rain