Helicopter Parenting: पेरेंट्स और बच्चों का रिश्ता बहुत ही अनोखा होता है और इस रिश्ते में हंसी-मजाक, चिंता और प्यार का कॉम्बिनेशन होता है जो इसे काफी प्यारा बनाता है। पेरेंट्स अपने बच्चे की फिक्र करते हैं यह बहुत अच्छी बात है लेकिन कभी-कभी पेरेंट्स बच्चों की जिंदगी में इतनी ज्यादा दखलअंदाजी करते हैं कि उसका बच्चों पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है। आजकल हेलीकॉप्टर पेरेंटिंग की काफी चर्चा हो रही है आखिर क्या होती है हेलीकॉप्टर पेरेंटिंग?
Read Also: अमित शाह ने की लोगों से अलगाववाद और बेरोजगारी के खिलाफ वोट करने की अपील
बता दें कि जो पेरेंट्स बच्चों की जिंदगी में हस्तक्षेप करते हैं, उनकी जिंदगी के हर छोटे-बड़े फैसले लेते हैं और अपने बच्चों को कोई भी फैसला नहीं लेने देते वह पेरेंट्स Helicopter Parenting में आते हैं। मां-बाप अपने बच्चे की जिंदगी में हस्तक्षेप इसलिए करते हैं ताकि उनका बच्चा कोई भी गलत फैसला न लें। वे अपने बच्चों को बाहरी दुनिया से बचाकर रखना चाहते हैं और शायद इसलिए ही वह अपने बच्चों को कोई फैसला नहीं लेने देते हैं। शायद आपको पता नहीं है कि आपका ऐसा करना आपके बच्चे पर बहुत बुरा प्रभाव डाल सकता है।
Read Also: आप भी खाते हैं खाने में भर-भर कर नमक तो हो जाएं सावधान! वरना खो सकते है अपनी जान
हेलीकॉप्टर पेरेंटिंग बच्चों के लिए है तनाव का कारण- पेरेंट्स अपने बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए हर समय उनके आगे पीछे घूमते रहते हैं और हर फैसले को स्वयं लेते हैं लेकिन आप नहीं जानते कि ऐसा करने से आपका बच्चा आत्मविश्वास को खो देता है और वह तनाव और चिंता का शिकार हो जाता है। ऐसे में अगर आपका बच्चा किसी परेशानी में फंस जाए तो वह उसका समाधान भी नहीं निकाल पाता है। बच्चा आत्मविश्वास की कमी के कारण किसी भी काम को करने में कामयाब नहीं होता है। आज के समय में हर बच्चे में आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी है क्योंकि तभी वह हर परिस्थिति में खुद को संभाल सकता है। इसलिए अपने बच्चों को उनकी जिंदगी के फैसले खुद लेने दें और उसके फैसले में साथ दें।
Top Hindi News, Latest News Updates, Delhi Updates, Haryana News, click on Delhi Facebook, Delhi twitter and Also Haryana Facebook, Haryana Twitter
