Kaziranga: असम के काजीरंगा (Kaziranga) लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा गोलघाट लंबे वक्त से इंसान और जानवर के बीच टकराव से जुड़े मुद्दों से जूझ रहा है। लोगों का कहना है कि इलाके में हाथी न सिर्फ उनके घरों को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि उनकी फसलों और चाय बागानों पर भी कहर बरपाते हैं।
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एक वयस्क हाथी को भूख बहुत लगती है। ऐसे में वो अपने झुंड के साथ खाने की तलाश में एक जगह से दूसरी जगह भटकता रहता है। वन रेंजरों का कहना है कि हाथी के रहने की जगहों पर जंगलों की कटाई और दूसरी गतिविधियों की वजह से इंसान और हाथी के बीच टकराव बढ़ा है।
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लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही काजीरंगा निर्वाचन क्षेत्र के लोग मुद्दे के स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं। साथ ही वे केरल की तरह अपने राज्य में भी पीड़ितों के लिए उचित मुआवजे और हाथियों के लिए अलग कॉरिडोर की मांग कर रहे हैं। वे सरकारों पर इस मुद्दे को हल करने के लिए कोई ठोस कदम उठाने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हैं। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने रोजलिना तिर्की को मैदान में उतारा है। वहीं बीजेपी ने राज्यसभा सांसद कामाख्या प्रसाद तासा को काजीरंगा सीट से उम्मीदवार बनाया है। असम में लोकसभा चुनाव के लिए तीन चरणों में वोटिंग होगी। काजीरंगा निर्वाचन क्षेत्र में पहले चरण में 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।