HMPV News: एचएमपीवी यानी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मामलों के बीच केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने मंगलवार को कहा कि जनता को घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि इस समय भारत में वायरस के जेनेटिक म्यूटेशन का कोई संकेत नहीं है।उन्होंने कहा कि भारत में एचएमपीवी की मौजूदगी की पुष्टि पहले भी कई परीक्षणों से हो चुकी है और सभी पिछले मामले घरेलू थे। उनके मुताबिक इस बीमारी में मुख्य रूप से श्वसन संबंधी लक्षणों के लिए सहायक उपचार की जरूरत होती है और जब तक जेनेटिक म्यूटेशन का पता नहीं चलता, तब तक कोई विशेष या विशिष्ट उपचार जरूरी नहीं है।
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उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वायरस के प्रसार को सीमित करने के लिए मास्क पहनने जैसे निवारक उपायों का पालन किया जाना चाहिए। उनके मुताबिक विदेश से आने वाले लोगों के लिए कोई नया यात्रा प्रतिबंध नहीं है।वीना जॉर्ज ने जनता से फर्जी खबरें न फैलाने और अनावश्यक भय पैदा न करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सरकार और आईसीएमआर की प्रेस रिलीज हालात के बारे में सटीक और अप टू डेट जानकारी दे रही हैं।
वीना जॉर्ज, स्वास्थ्य मंत्री, केरल- ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामले पहले भी केरल में रिपोर्ट किए गए हैं, और ये बीमारी 2001 से भारत में मौजूद है। हाल की रिपोर्टों के बावजूद, लोगों को घबराने की कोई जरुरत नहीं है, क्योंकि इस समय भारत में वायरस के जेनेटिक म्यूटेशन का कोई संकेत नहीं है।”
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“भारत में पहले भी कई परीक्षणों से एचएमपीवी की मौजूदगी की पुष्टि हुई है और सभी पिछले मामले घरेलू थे। इस रोग में मुख्य रूप से श्वसन संबंधी लक्षणों के लिए सहायक उपचार की जरुरत होती है और जब तक जेनेटिक म्यूटेशन का पता नहीं चलता, तब तक कोई विशेष या विशिष्ट उपचार जरूरी नहीं है, जिसकी रिपोर्ट देश में नहीं की गई है।”
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