Manipur News: मणिपुर में जातीय हिंसा की दूसरी वर्षगांठ मनाने के लिए कुकी छात्रों के एक समूह ने शनिवार को दिल्ली में धरना दिया।छात्रों ने ‘अलगाव दिवस’ पर अपनी मांगों को लेकर पोस्टर के साथ प्रदर्शन किया।प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार से मणिपुर में रहने वाले कुकी लोगों की समस्याओं को हल करने की मांग की और एक अलग प्रशासन की भी मांग की।
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एक प्रदर्शनकारी ने पीटीआई वीडियो को बताया, ये सभा भारत सरकार को संदेश देने के लिए है कि उसे मणिपुर में कुकी आदिवासियों की समस्या पर गौर करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि तीन मई, 2023 से पहले से ही स्थापित इस अलगाव को प्रशासन के संदर्भ में स्वीकार किया जाए और इसलिए आज हम एक अलग प्रशासन की मांग कर रहे हैं।”
मई 2023 में हुई मैतेई और कुकी समुदाय के बीच जातीय हिंसा में 250 से ज्यादा लोग मारे गए और हजारों लोग बेघर हो गए।मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफा देने के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया गया। राज्य विधानसभा, जिसका कार्यकाल 2027 तक है, को निलंबित कर दिया गया है।
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आदिवासियों की समस्या पर गौर करे सरकार- प्रदर्शन कर छात्र ने कहा आज केंद्र सरकार को याद दिलाना है कि मणिपुर में कुकी आदिवासी, भारत के नागरिक अभी भी बहुत मुश्किलों से गुजर रहे हैं। ये सभा भारत सरकार को संदेश देने के लिए है कि उसे मणिपुर में कुकी आदिवासियों की समस्या पर गौर करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि तीन मई, 2023 से पहले से ही स्थापित इस अलगाव को प्रशासन के संदर्भ में स्वीकार किया जाए और इसलिए आज हम एक अलग प्रशासन की मांग कर रहे हैं।”
हमारे आंसू सुखे नहीं हैं – प्रदर्शनकारी छात्र बोले कि आप देख सकते है दो साल हो गए हैं आग जले हुए लेकिन अभी तक हमारे आंसू सुखे नहीं हैं। दो साल हो गए है कि हम बेघर हैं, दो साल हो गए कि आग जले हुए है लेकिन अभी तक हमारे भविष्य हमारे न्याय के लिए जो आग है अभी तक जल रही है।”