Lok Sabha Speaker: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज सुपोषित माँ अभियान के तृतीय चरण का शुभारंभ किया। बूंदी के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित समारोह में जनसमूह को संबोधित करते हुए ओम बिरला ने कहा कि यह अभियान मातृ शक्ति के सशक्तिकरण एवं गर्भवती माताओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य संरक्षण के लिए समर्पित है।
सुपोषित माँ अभियान केवल एक अभियान नहीं, बल्कि जन आंदोलन का रूप ले चुका है। उन्होंने कहा यदि माँ स्वस्थ होगी तो शिशु स्वस्थ होगा और स्वस्थ शिशु ही सशक्त समाज का निर्माण करेगा। यह अभियान मातृ शक्ति को जागरूक कर स्वस्थ और आत्मनिर्भर समाज की नींव रखने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि माँ केवल जीवनदायिनी नहीं, बल्कि संवेदना, स्नेह और त्याग की प्रतिमूर्ति है। उनके स्वास्थ्य की देखभाल करना किसी पूजा से कम नहीं है। समाज के हर जरूरतमंद परिवार की महिला तक पहुंचकर उन्हें सुपोषित बनाना हमारा लक्ष्य है।कार्यक्रम में बूंदी व तालेड़ा पंचायत समिति क्षेत्र में विकास कार्यों की सौगात देते हुए श्री बिरला ने 17.13 करोड़ की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास भी किया।
1800 से अधिक महिलाओं को भेंट किए किट
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गर्भवती महिलाओं को पोषण किट भेंट कर अभियान की शुरुआत की। अभियान के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से वंचित परिवारों की 1800 से अधिक गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया गया है, जिन्हें प्रसव होने तक प्रतिमाह नि:शुल्क पोषण किट के साथ स्वास्थ्य जांच व परामर्श उपलब्ध करवाया जाएगा।
विशेषज्ञों की सलाह पर तैयार हुई पोषण किट
गर्भावस्था में महिलाओं को आवश्यक पोषण व संतुलित आहार मिले, इसके लिए विशेषज्ञ डॉक्टर्स व न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह पर गर्भवती महिलाओं के लिए 12.5 कि.ग्रा. की पोषण किट तैयार की गई है। प्रतिमाह दी जाने वाली किट के तहत लाभार्थी महिलाओं को 1 कि.ग्रा. देसी घी के मूंग के लड्डू , 3 कि.ग्रा. गेहूं का आटा, 1 कि.ग्रा. मक्का का आटा, 1 कि.ग्रा. बाजरा का आटा, 1 कि.ग्रा. चावल, 500 ग्राम सोयाबड़ी, 300 ग्राम मूंग छिलका, 300 ग्राम चना दाल, 300 ग्राम मूंग दाल मोगर, 300 ग्राम उड़द दाल छिलका, 1 कि.ग्रा. गुड़, 500 ग्राम मूंगफली दाना, 500 ग्राम भुना चना, 500 ग्राम पिंड खजूर व 1 कि.ग्रा. खाद्य तेल दिया जाएगा।
स्वास्थ्य कार्ड में दर्ज होगा ब्यौरा
महिलाओं के स्वास्थ्य की निरन्तर मॉनिटरिंग के लिए उनके स्वास्थ्य कार्ड भी बनाए गए हैं। इसके माध्यम से प्रतिमाह आयोजित होने वाले फॉलोअप शिविर में पोषण किट के वितरण के साथ ही डॉक्टर्स द्वारा इन महिलाओं की विभिन्न प्रकार की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच व परामर्श दिया जाएगा। इसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य कार्ड में दर्ज की जाएगी जिससे इनका फॉलोअप रखने में सहायता मिलेगी। इन महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति बरती जाने वाली आवश्यक सावधानियों के अतिरिक्त शिशु की समुचित सार-संभाल के लिए भी बुनियादी जानकारियां भी दी जाएगी।
अभियान के सफलतम 5 वर्ष
29 फरवरी 2020 को शुभारम्भ
17 मई 2022 को दूसरे चरण की शुरुआत
3 फरवरी को कोटा में तीसरे चरण की शुरुआत
1 लाख से अधिक पोषण किट का वितरण
18 हजार से अधिक लाभार्थी
800 से अधिक वितरण शिविर
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सामान्य प्रसव में वृद्धि
स्वस्थ शिशु का जन्म
गर्भवती महिलाओं के वजन में वृद्धि
मातृ-शिशु मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी
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महिला सशक्तीकरण और सामाजिक कल्याण
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हंस फाउंडेशन, जो इस अभियान में सक्रिय रूप से जुडी एक संस्था है, की ओर से महिलाओं को स्वयं सहायता समूह व कुटीर उद्योगों से जोड़ा जा रहा है। विधवा, विकलांग, बुजुर्ग और जरूरतमंदों को पेंशन आदि की व्यवस्था की जाती है। हंस फाउंडेशन ने समाज के वंचित वर्गों के उत्थान के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास, दिव्यांग सहायता, स्वच्छ जल आपूर्ति, कृषक कल्याण, महिला सशक्तीकरण, बाल विकास एवं ऊर्जा क्षेत्रों में व्यापक कार्य किए हैं।