( प्रदीप कुमार ), P20 शिखर सम्मेलन- लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को संसद परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि नई दिल्ली P20 शिखर सम्मेलन अब तक का सबसे सफल सम्मेलन रहा है। P20 के आयोजन के बाद उन्होंने कहा है कि भारत आतंकवाद के सभी स्वरूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा करता है। शांति और विकास में आतंकवाद को बाधक बताते हुए उन्होंने वैश्विक शांति और समृद्धि का आह्वान भी किया। उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि आतंक से सभी स्रोतों को सामूहिक संकल्पशक्ति से परास्त करना होगा।
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और डेटा सुरक्षा का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि सम्मेलन में कुछ देशों ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के विश्वसनीय और उत्तरदायित्वपूर्ण प्रयोग और डेटा सुरक्षा पर बल दिया। बिरला ने बताया कि सभी देशों ने उत्तरदायित्वपूर्ण एआई विकास और डेटा सुरक्षा से संबंधित आयामों पर ध्यान दिये जाने की आवश्यकता पर बल दिया। बिरला ने आगे कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जवाबदेह और विश्वसनीय होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि P20 देशों ने विधायी प्रारूपण हेतु डोमेन ज्ञान को बढ़ाने के लिए एक समूह बनाने पर सहमति व्यक्त की।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि भारत की G20 प्रेसीडेंसी की थीम के अनुरूप, 9वें P20 शिखर सम्मेलन का विषय ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के लिए संसदें’ रहा। उन्होंने आगे कहा कि नई दिल्ली P20 शिखर सम्मेलन शिष्टमंडलों की भागीदारी के मामले में अब तक का सबसे सफल P20 शिखर सम्मेलन रहा। उन्होंने सूचित किया कि सम्मेलन में G20 देशों के अलावा 10 अन्य देशों को आमंत्रित किया गया था जिनमें एक को छोड़ शेष सभी देश सम्मिलित हुए। उन्होंने आगे बताया कि शिखर सम्मेलन में कुल 29 देशों से 37 अध्यक्षों/उपाध्यक्षों और शिष्टमंडलों के नेताओं ने भाग लिया। बिरला ने गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि ऐतिहासिक दृष्टिकोण से नई दिल्ली P20 सम्मलेन में अब तक की सबसे अधिक भागीदारी हुई। उन्होंने यह भी बताया कि अफ्रीकी संघ को G20 के सदस्य के रूप में शामिल किए जाने के बाद पैन-अफ्रीकी संसद ने पहली बार P20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया। G20 और आमंत्रित देशों की संसदों के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों के अलावा 48 संसद सदस्यों समेत कुल 436 प्रतिनिधियों ने शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
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ओम बिरला ने उद्घाटन सत्र के विषय में बताया कि अत्याधुनिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र यशोभूमि में P20 शिखर सम्मेलन का शुभारंभ 13 अक्टूबर 2023 प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। प्रधान मंत्री ने लोकतंत्र की जननी के रूप में भारत की भूमिका पर प्रकाश डाला। बिरला ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधान मंत्री की उपस्थिति G20 के संसदीय आयाम P20 को दर्शाती है।
सम्मेलन की सफलता के मुख्य आयामों पर प्रकाश डालते हुए बिरला ने कहा कि G20 सम्मेलन में प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व में संयुक्त घोषणा पत्र पर आम सहमति के पश्चात् P20 में भी देश संयुक्त घोषणा पत्र पर आम सहमति बनाने में कामयाब रहा। यह उल्लेखनीय है कि गत वर्ष इंडोनेशिया में संयुक्त घोषणा पत्र पर सहमति नहीं बन सकी थी। बिरला ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि P20 में संयुक्त घोषणा पत्र पर सर्वसहमति भारत के नेतृत्व और संकल्पशक्ति को प्रदर्शित करती हैं।
ओम बिरला ने सूचना दी कि प्रधान मंत्री की पहल के अनुरूप सम्मेलन में भारत की प्रेरक भूमिका के तहत महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को प्रोत्साहित करने पर सहमति बनी। उन्होंने बताया कि भारतीय संसद द्वारा पारित नारी शक्ति वंदन विधेयक 2023 का सभी देशों ने स्वागत किया।
जलवायु परिवर्तन को विश्व के समक्ष प्रमुख चुनौती बताते हुए बिरला ने बताया कि भारत ने जलवायु परिवर्तन के खतरे से निपटने के लिए अनेक पहल की हैं। प्रधान मंत्री जी द्वारा दी गई पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली (LiFE) की अवधारणा पर हुई चर्चा के विषय में श्री बिरला ने बताया कि सभी देशों ने इस संबंध में अपने-अपने यहां किए जा रहे नवाचारों की जानकारी दी। उन्होंने आगे कहा कि सभी देशों की संसदों में अब मिशन लाइफ पर विशेष चर्चा की जाएगी, तथा पूरे देश को पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली अपनाने का संदेश दिया जाएगा। ऐसा करके भारत के नेतृत्व में पूरी दुनिया के लोग पृथ्वी, पर्यावरण और प्रकृति की रक्षा के लिए एकजुट होंगे और एक-दूसरे की बेस्ट प्रेक्टिसेज और प्रयासों को साझे करते हुए सभी एक स्वस्थ और आदर्श जीवनशैली की ओर बढ़ सकेंगे।
डिजिटल प्लेटफार्म्स की भूमिका विषय पर हुई चर्चा पर बिरला ने बताया कि सम्मेलन के दौरान सभी देशों ने आमजन के जीवन में सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन लाने में डिजिटल प्लेटफार्म्स की भूमिका को स्वीकार किया। उन्होंने आगे कहा कि सभी देशों ने सहमति जताई कि इससे सर्विस डिलिवरी और इनोवेशन को सुगम बनाया जा सकता है।