Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के इंदौर में पुलिस ने गुरुवार 7 अगस्त को बताया कि निःसंतान दंपत्तियों को नवजात शिशुओं को बेचने वाले एक गिरोह में कथित संलिप्तता के आरोप में छह महिलाओं समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) डिश अग्रवाल ने बताया कि रावजी बाजार पुलिस को दो महीने के बच्चे को 10 लाख रुपये में बेचने की कोशिश की शिकायत मिलने के बाद ये गिरफ्तारियाँ की गईं। Madhya Pradesh
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आरोपियों की पहचान प्रमिला साहू, वंदना मकवाना, पूजा वर्मा, नीलम वर्मा, नीतू शुक्ला, रानू उर्फ पूजा, संतोष शर्मा, विजय मोगकर और वीरेश जाटव के रूप में हुई है। उन्होंने आगे कहा कि बच्चा गुजरात के दाहोद शहर की एक महिला से खरीदा जाना था। उसकी भी जाँच की जा रही है। गिरफ्तार किए गए लोगों में एक नर्सिंग सेंटर संचालक, एक मैरिज ब्यूरो मालिक और एक इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) केंद्र का एक कर्मचारी शामिल है। Madhya Pradesh
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पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी कथित तौर पर निःसंतान दम्पतियों से संपर्क करते थे, उन्हें बच्चे बेचने की पेशकश करते थे और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं से बच्चे खरीदते थे। उन्होंने बताया कि मामले की विस्तृत जांच जारी है। डीसीपी ऋषिकेश मीणा ने बताया कि फरियादी द्वारा थाने पर आकर एक सूचना दी गई थी कि एक बच्चा चोरी हैंग या ये कहें कि बच्चा बेचने वाली गैंग सक्रिय है और ये दो बच्चों को बेचने के फिराक में है और फरियादी ने जब इनसे संपर्क किया तो इन्होंने पैसे के बदले बच्चा इनको बेचने की बात की। इस पर थाने के सक्रिय किया गया, दो महिलाओं को राउंडअप किया गया। इन महिलाओं के नाम हैं प्रमिला साहू और वंदना सक्सेना। ये दोनों महिलाएं एक नर्सिंग सेंटर चलाती हैं और इंदौर में ये नर्सिंग होम चलाती हैं। Madhya Pradesh