( प्रदीप कुमार )- लोक सभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह और लोक सभा और राज्य सभा सचिवालय के अधिकारियों ने आज मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को उनकी जयंती पर संविधान सदन के केन्द्रीय कक्ष में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने भी उनको याद करते हुए ट्वीट किया है।
आपको बता दें, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के चित्र का अनावरण भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 16 दिसंबर 1959 को संसद भवन के सेंट्रल हॉल में किया था। अंग्रेजों से भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ने के बाद और देश की आजादी के बाद बनी भारत सरकार में मौलाना अबुल कलाम आज़ाद देश के पहले शिक्षामंत्री बने थे।
पीएम मोदी ने भी उनको याद करते हुए ट्वीट कर लिखा कि हम मौलाना आज़ाद को उनकी जयंती पर याद कर रहे हैं। वह एक गहन विद्वान और भारत के स्वतंत्रता संग्राम के स्तंभ थे औऱ शिक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सराहनीय थी। आधुनिक भारत को आकार देने में उनके प्रयास कई लोगों का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
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गौरतलब है, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद एक जाने-माने प्रसिद्ध भारतीय मुस्लिम विद्वान थे। लोग उन्हें मौलाना अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दीन के नाम से भी जानते थे। वे एक गुणी राजनीतिज्ञ ही नहीं बल्कि अच्छे साहित्यकार भी थे। वह एक कवि, लेखक, पत्रकार और देश के स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने खिलाफत आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई थी। देश की आजादी की जंग में उन्होंने 10 साल से ज्यादा का वक्त जेल में गुजारा था। वह गांधी जी के सिद्धांतों का समर्थन करते थे।