दिल्ली। रिपोर्ट- (कुलदीप शर्मा) देश की राजधानी दिल्ली में एमसीडी के कर्मचारियों की सैलरी के मुद्दे पर एमसीडी और आम आदमी पार्टी आमने-सामने हैं । आम आदमी पार्टी ने जहां कर्मचारियों को समर्थन देने का ऐलान किया है वहीं एमसीडी ने भी इस मुद्दे पर दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकालने की घोषणा कर दी है।
आपको बता दें, पांच महीनों से बिना सैलरी के काम कर रहे एमसीडी के कर्मचारी एमसीडी मुख्यालय सिविक सेंटर पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। सैलरी का इंतजार कर रहे इन कर्मचारियों में बी, सी और डी श्रेणी के कर्मचारियों के अलावा ए ग्रेड के अधिकारी भी शामिल है। बिना सैलरी के काम करते करते अब कर्मचारियों के सब्र का बांध टूट गया है और अब कर्मचारियों ने काम ठप कर दिया है।
सैलरी के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे एमसीडी के कर्मचारियों को आम आदमी पार्टी ने अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। दिल्ली में इस मुद्दे पर सियासत इतनी गरमाई है कि एक तरफ आम आदमी पार्टी इस मुद्दे पर एमसीडी नेताओं का इस्तीफा मांग रही है, तो वहीं दूसरी तरफ एमसीडी दिल्ली सरकार से फंड की मांग कर रही है। इस तरह से आरोप-प्रत्यारोप का दौर और सियासत जारी है। एमसीडी ने सैलरी के मुद्दे पर कर्मचारियों के साथ दिल्ली सचिवालय तक मार्च निकालने की घोषणा की है।
आम आदमी पार्टी MCD के कर्मचारियों का पूरी तरह से समर्थन करती है।
तनख्वाह दो, नहीं तो BJP वाले स्तीफा दो। https://t.co/3LPxAgZYLt
— Durgesh Pathak (@ipathak25) September 4, 2020
एमसीडी के कर्मचारियों ने जल्द सैलरी नहीं मिलने पर एमसीडी का कामकाज पूरी तरह से ठप करने की धमकी दे दी है। ऐसे में अगर सैलरी का संकट जल्द ही दूर नहीं हुआ तो एमसीडी की तमाम सेवाएं बुरी तरीके से प्रभावित हो सकती है। फिलहाल कर्मचारियों की सैलरी को लेकर सियासत तो खूब हो रही है लेकिन सैलरी के इस संकट का कोई समाधान अभी निकलता नजर नहीं आ रहा है।