गाजियाबाद के मुरादनगर में रविवार दोपहर शमशान घाट के गलियारे पर लेंटर गिरने से 23 लोगो की मौत हो गई और 16 लोग घायल हुए जिनका इलाज अस्पताल में जारी हैं जिसके चलते पुलिस ने सुपरवाइजर, नगरपालिका के ईओ और जेई को गिरफ्तार कर लिया है ।
रविवार की सुबह संगम विहार कॅालोनी के निवासी जयराम (70) का निधन हो गया था । मृतक की अंतिम यात्रा के लिए मोहल्ले के करीब 50 लोग मुरादनगर के बंबा रोड शमशान घाट पर पहुंचे थे जहां पर अंतिम संस्कार के बाद सभी लोग घाट के गलियारे पर मौन के लिए खड़े थे उसी दौरान लेंटर वाली छत गिर गई जिसके कारण सभी लोग मलबे में दब गए । मलबे को हटाकर लोगो को बाहर निकाला गया जिसमें से 23 लोगो की मौत और 16 लोग घायल थे ।
जल्द ही होने वाला था छत का लोकार्पण –
गौरतलब है कि शमशान घाट के गलियारे की छत डालने का काम अक्टूबर में शुरु किया गया था, इससे पहले लोग दूसरे गेट से जाया करते थे । अभी इसका लोकार्पण भी नही हुआ था ऐसे में इतना बड़ा हादसा हो जाना प्रशासन की कार्यप्रणाली लिए सवाल खड़े करता है।
नगरपालिका की अधिशासी अधिकारी के अनुसार गलियारे के निर्माण के लिए 55 लाख का टेंडर जारी किया गया था जिसका निर्माण नगर निगम के ठेकेदार अजय त्यागी ने किया । इसी के चलते पुलिस ने सुपरवाइजर, नगरपालिका के ईओ और जेई को गिरफ्तार कर लिया है ।
इन लोगो को पूलिस ने आईपीसी धारा 304, 337, 338, 409, 427 के तहत गिरफ्तार किया है ।और आगे की पूछताछ फिलहाल जारी है ।बता दें एनडीआरएफ, पुलिस और पीएसी ने पांच घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन कर लोगो को बाहर निकाला था ।
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लेकिन इतने बड़े हादसे से परिजनों में दुख की लहर और गुस्सा है जिसके कारण गाजियाबाद मुरादनगर में गुस्साए परिजनों ने डेड बॉडी को नेशनल हाईवे पर रखकर दोनों रोड जाम कर दिए ।पीड़ित परिवारों ने दिल्ली मेरठ मार्ग पर डेड बॉडी रखकर जाम लगा दिया। जिसके साथ ही पीड़ित परिवार ने मुआवजा में कम से कम ₹500000 की मांग और नौकरी की मांग रखी है। जाम के लगने के बाद काफी दिक्कतें हुई जिसके बाद प्रशासन ने मौखिक आश्वासन के साथ लोगो को हटवा कर जाम को क्लिर कर दिया है।