Nepal: मंगलवार को सड़कों पर हुए व्यापक सरकार विरोधी प्रदर्शनों के कारण प्रधानमंत्री ओली को इस्तीफा देना पड़ा, जबकि काठमांडू और दूसरे शहरों में सरकारी संपत्तियों में आगजनी और तोड़फोड़ की गई।ओली के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद लोग जश्न मनाने के लिए सड़कों पर उतर आए।एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “…हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं। हमारे विरोध का मूलमंत्र यही है: भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई, हत्यारी सरकार।” इससे साफ जाहिर होता है कि लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है।ओली सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने से नाराजगी भरे विरोध प्रदर्शनों को और हवा मिली।Nepal:
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एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हम ये दिखाने के लिए विरोध कर रहे हैं कि कोई भी हमारी आवाज को दबा नहीं सकता। सोशल मीडिया हमारी आवाज का प्रतिनिधित्व करता है। हम वहां मुद्दे उठा सकते हैं। लोग अनियमितताओं, घुसपैठ, भ्रष्टाचार की तस्वीरें खींचकर वहां पोस्ट कर सकते हैं। इसीलिए इन प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाया गया है।”छात्रों के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शनों ने सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और कथित भ्रष्टाचार समेत कई मुद्दों पर राजनीतिक वर्ग के प्रति बढ़ते जनाक्रोश को दर्शाया, जहां प्रदर्शनकारी कर्फ्यू और सुरक्षा बलों की भारी तैनाती के बावजूद काठमांडू और दूसरी जगहों पर इकट्ठा हुए।Nepal:
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सोमवार को विरोध प्रदर्शनों के दौरान पुलिस कार्रवाई में कम से कम 19 लोगों की मौत के लिए ओली के इस्तीफे की मांग करते हुए सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के उनके कार्यालय में घुसने और नारे लगाने के तुरंत बाद ओली ने पद छोड़ दिया।Nepal: