(आकाश शर्मा)दिल्ली 2024 लोकसभा चुनाव की राजनीतिक दल तैयारियां करने लगे हैं। देश में बिखरे विपक्षी दलों का एक साथ लाने में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगे हुए हैं, लेकिन नीतीश कुमार की उम्मीदों को झटका लगा।
नीतीश कुमार ने जब से भाजपा के गठबंधन को छोड़कर राजद के साथ बिहार में सरकार बनाई है , तब से वह मोदी सरकार के खिलाफ खुलकर बोलते है । नीतीश कुमार भरे मंच से कहते कि जो 2014 में आए थें, जरुरी नही हैं कि वह 2024 में भी आए । अब यह सरकार देश के लिए कुछ काम नही कर रही हैं । नीतीश कुमार ने 2024 के चुनाव में पूरे विपक्ष को एक साथ लड़ने का सुझाव दिया है, इसी सिलसिले में वह देश भर में भ्रमण कर रहें हैं। देश में सभी विपक्षी नेता से मुलाकात कर, एक साथ लाने का प्रयास कर रहें हैं । नीतीश कुमार ने अब तक अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, के चंद्रशेखर राव, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, नवीन पटनायक से मुलाकात की है।
लेकिन ओड़िसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक 11मई को दिल्ली के दौरे पर थे। उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात भी की ,मीडिया के सवाल पर उन्होंने कहां कि मेरी मुलाकात केवल ओड़िसा की मांगो को लेकर थी, प्रधानमंत्री ने मुझे आश्वासन भी दिया।
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विपक्षी एकता पर उन्होंने भी देते हुए कहा कि मेरा किसी भी तीसरे मोर्चे से संबंध नहीं है, ना इसकी कोई संभावना हैं । नीतीश कुमार की मुलाकात मेरे साथ केवल मित्रता के व्यवहार से हुई।