Om Prakash Chautal : हरियाणा के सिरसा में शनिवार सुबह प्रमुख जाट नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है।शुक्रवार को 89 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था। वे लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे।खेड़ा फार्म पर ओम प्रकाश चौटाला का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है और दोपहर तीन उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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ओम प्रकाश चौटाला के दो बेटे और तीन बेटियां हैं। उनकी पत्नी स्नेह लता का पांच साल पहले निधन हो गया था।इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के प्रवक्ता ने कहा कि उनको को सुबह हिचकी आई और वे अपने घर में गिर पड़े। आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।पूर्व उप-प्रधानमंत्री देवीलाल के सबसे बड़े बेटे, पांच बार मुख्यमंत्री रहे और अपने पिता द्वारा स्थापित इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के प्रमुख थे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया। वहीं शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने इसे “बहुत बड़ी व्यक्तिगत क्षति” बताया।
हरियाणा सरकार ने शुक्रवार से तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। शनिवार को सार्वजनिक अवकाश भी घोषित किया गया है।ओम प्रकाश चौटाला के अंतिम संस्कार में उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शामिल होंगे।जगदीप धनखड़ ने कहा कि उनके दशकों से चौटाला परिवार के साथ अच्छे संबंध रहे हैं।एक जनवरी, 1935 को जन्मे ओम प्रकाश चौटाला पूर्व उप-प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की पांच संतानों में सबसे बड़े थे। उन्होंने प्राथमिक शिक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी।
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2013 में जब चौटाला शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में तिहाड़ जेल में बंद थे, तब उन्होंने 82 साल की उम्र में 10वीं और फिर 12वीं की परीक्षा पास की थी। शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में उन्हें 2013 में जेल भेजा गया था और 2021 में रिहा किया गया था।चौटाला, उनके बेटे अजय चौटाला और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी संजीव कुमार सहित 53 अन्य को साल 2000 में 3,206 जूनियर बेसिक शिक्षकों की अवैध भर्ती के मामले में दोषी ठहराया गया और सजा सुनाई गई थी।हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री के छोटे बेटे अभय सिंह चौटाला आईएनएलडी के वरिष्ठ नेता हैं, जबकि बड़े बेटे अजय सिंह चौटाला, जो पूर्व सांसद हैं, जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के प्रमुख हैं।
दिसंबर 2018 में पारिवारिक कलह के बाद पार्टी में हुए विभाजन के बाद जेजेपी का जन्म हुआ था। अभय के बेटे अर्जुन हरियाणा के विधायक हैं, जबकि अजय चौटाला के बेटे दुष्यंत और दिग्विजय जेजेपी नेता हैं।दुष्यंत चौटाला हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। चौटाला की पार्टी आईएनएलडी भी पहले भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी रही है। आईएनएलडी 2005 से हरियाणा में सत्ता से बाहर है।