One Nation, One Election:’लोकसभा और राज्यों की विधानसभा के चुनाव एक साथ कराने के मुद्दे पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद(Former President Ramnath Kovind) की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति ने गुरुवार को ‘एक देश, एक चुनाव’ पर अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दी है।18,000 पन्नों से ज्यादा की इस रिपोर्ट में(In this report of more than 18,000 Pages) समिति ने देश में एक साथ चुनाव कराने के लिए संविधान के अंतिम पांच अनुच्छेदों में संशोधन की सिफारिश की है।प्रस्तावित रिपोर्ट लोकसभा, राज्य विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनाव कराने के लिए एक एकल मतदाता सूची पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।
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राष्ट्रपति को सौंपी रिपोर्ट
पिछले साल सितंबर में गठित, समिति को मौजूदा संवैधानिक ढांचे को ध्यान में रखते हुए लोकसभा, राज्य विधानसभाओं, नगर पालिकाओं और पंचायतों के लिए एक साथ चुनाव कराने का काम सौंपा गया है।कोविंद की अध्यक्षता वाले इस पैनल में गृह मंत्री अमित शाह, राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद, वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एन. के. सिंह, पूर्व लोकसभा महासचिव सुभाष कश्यप और सीनियर एडवोकेटे हरीश साल्वे भी शामिल हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार एक देश एक चुनाव की बात कर चुके हैं।
One Nation One Election पर विपक्ष ने दी ये प्रतिक्रिया…
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को भी पैनल का सदस्य बनाया गया था, लेकिन उन्होंने समिति को पूरी तरह से धोखा करार देते हुए मना कर दिया।कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पैनल में विशेष आमंत्रित सदस्य हैं। वहीं विपक्षी गठबंधन ने इस फैसले को देश के संघीय ढांचे के लिए ‘खतरा’ करार दिया था।