Noida News: नोएडा के ग्रेट इंडिया प्लेस मॉल (जीआईपी) में मौजूद वॉटर पार्क में स्लाइडिंग के दौरान 25 साल के धनंजय महेश्वरी की 7 मार्च को मौत हो जाती है। मृतक के परिजनों ने मैनेजमेंट पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया ।परिजनों ने आरोप लगाया कि जिस एम्बुलेंस से धनंजय महेश्वरी को कैलाश अस्पताल ले जाया गया, उसमें ऑक्सीजन नहीं थी। पीटीआई वीडियो से धनंजय की बहन मुस्कान माहेश्वरी ने कहा, “हमने जो तस्वीरें देखीं, उनमें देखा जा सकता है कि उनका पूरा चेहरा नीला था और उनके शरीर पर खरोंच थीं। हमने सुना है कि उसे सही इलाज नहीं मिला। मॉल की एम्बुलेंस में ऑक्सीजन भी नहीं था। अगर उसमें ऑक्सीजन होता, तो मेरा भाई आज जिंदा होता।
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धनंजय माहेश्वरी की पड़ोसियो ने गंभीर आरोप लगाया कि मॉल में मौजूद व्हीलचेयर तक ठीक से काम नहीं कर रही थी। जिसकी वजह से उसे अस्पताल ले जाने में देरी हुई।धनंजय महेश्वरी दिल्ली के आदर्श नगर इलाके का रहने वाला था।पुलिस अधिकारी ने बताया कि धनजंय माहेश्वरी अपने चार दोस्तों के साथ रविवार को दोपहर में जीआईपी मॉल में मौजूद वॉटर पार्क में गया था।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि कपड़े जमा करने और अपना सामान लॉकर में रखने के बाद, सभी दोस्त सीधे स्लाइड पर गए। वो एक-एक करके पहुंचे और स्लाइडिंग करना शुरू कर दिया, तभी माहेश्वरी को अचानक सांस लेने में दिक्कत होने लगी।पुलिस ने आगे जानकारी देते हुए बतााया कि धनंजय माहेश्वरी आराम करने के लिए जमीन पर बैठ गया, लेकिन ठीक महसूस नहीं होने पर आनन-फानन में उसे एंबुलेंस से कैलाश अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।”
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मृतक की बहन मुस्कान माहेश्वरी ने कही ये बात..
धनंजय माहेश्वरी के बारे में बोलते हुए मुस्कान माहेश्वरी बोलती है कि सभी चारो दोस्त मिलकर नोएडा के जीाईपी माल वॉटर पार्क में घूमने गए थे। तभी अचानक से किसी फ्रेंड का कॉल आया था और उसने सीधा बोला था कि धनंजय की डेथ ( DEATH) हो गई है, तो हम एकदम पैनिक हो गए। गए । आनना फानन में पिता घटनास्थल पर पहुंचे। वहां के लिए, उनमें हमने यही देखा है उसका जो फेस है उस पर नील पड़ा हुआ था और उसको काफी स्क्रैचस भी आए थे और सुनने में यही आ रहा था फर्स्ट एड जो था अच्छे से नहीं मिल पाया, इवन जो एम्बुलेंस भी थी उसमें में भी ऑक्सीजन नहीं था, अगर ऑक्सीजन होती तो आज यह इतना बडा हादशा नहीं होता ।