(आकाश शर्मा ) – बाहुबली आंनद मोहन की रिहाई के बाद नीतीश कुमार विपक्ष के निशाने पर हैं, इसी मामले में प्रशांत किशोर ने अपना बयान दिया कहां, कि नीतीश कुमार ने बतौर प्रशासक उन्होने अपना सरेंडर कर दिया। बस उन्हे केवल मुख्यमंत्री पद ही प्यारा हैं, वह वहीं रहना चहाते हैं।जो कहतें हैं कि हम जात की राजनीति नहीं करते तथा दलितो के साथ यह सरकार छल कर रही हैं।
नीतीश कुमार की स्थति बस केवल मुख्यमंत्री बने रहना की ही हैं
उनसे जो चाहें वो करा लो, बस उन्हे मुख्यमंत्री पद दे दो। फिर उन्होनें नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाया कहतें कि 2015 में जब महागठबंधन की सरकार थी,तब राजद की तरफ कुछ दागदार नेताओ को मंत्री पद देने का प्रस्ताव दिया। जब नीतीश कुमार ने मना कर दिया, क्योकि तब उन्हें अपनी छवि की चिंता थी।
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वे जाति की राजनीति नहीं करते
लेकिन आज वहीं नेता मुख्यमंत्री की बगल में बैंठते हैं। नीतीश कुमार कहतें थे कि हम जाति की राजनीति नहीं करते हैं आंनद मोहन की रिहाई के बाद , वो आज बिल्कुल दिख रहा कि वो किस जाति की राजनीति कर रहें हैं।