जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर बिहार के मधुबनी दौरे पर PM मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सबसे पहले आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए 2 मिनट का मौन रखा। इस दौरान उन्होंने बिहार की धरती से देशवासियों को भरोसा दिलाया है कि आतंक के आकाओं की कमर टूटकर रहेगी और जिन्होंने पहलगाम में इस नरसंहार को अंजाम दिया है उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी।
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PM मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने मासूम देशवासियों को जिस बेरहमी से मारा है, उससे पूरा देश व्यथित है, कोटि-कोटि देशवासी दुखी हैं। सभी पीड़ित परिवारों के दुःख में पूरा देश उनके साथ खड़ा है। जिन परिवारजनों के अभी इलाज चल रहा है, वे जल्द स्वस्थ हों, इसके लिए भी सरकार हर प्रयास कर रही है। इस आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया, किसी ने अपना भाई और किसी ने अपना जीवनसाथी खोया है। उनमें से कोई बांग्ला बोलता था, कोई कन्नड़ बोलता था, कोई मराठी था, कोई ओड़िया था, कोई गुजराती था, कोई यहां बिहार का लाल था। आज उन सभी की मृत्यु पर कारगिल से कन्याकुमारी तक हमारा दुःख एक जैसा है, हमारा आक्रोश एक जैसा है।
ये हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं हुआ है, देश के दुश्मनों ने भारत की आस्था पर हमला करने का दुस्साहस किया है। मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि जिन्होंने ये हमला किया है, उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है। 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़कर रहेगी। ‘पहलगाम हमले की साजिश रचने वाले आतंकियों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी।’
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गौरतलब है, भारत ने पहलगाम आतंकी हमले की प्रतिक्रिया में बुधवार को PM आवास पर हुई CCS बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ 5 बड़े फैसले लिए हैं जिसमें प्रमुख रूप से सिंधु जल संधि को निलंबित किया गया है और अटारी-वाघा बॉर्डर भी बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही पाकिस्तान में मौजूद भारत का दूतावास बंद होगा। वहीं भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी राजनायिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने को कहा गया है। इसके अलावा अब पाकिस्तानियों को भारत का वीजा भी नहीं मिलेगा।
