प्रदीप कुमार – प्रोजेक्ट टाइगर के 50 वर्ष पूरे होने पर आज कर्नाटक पहुंचे पीएम मोदी ने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। सबसे पहले पीएम मोदी चामराजनगर जिले में स्थित बांदीपुर टाइगर रिजर्व पहुंचे। यहां पीएम मोदी अलग लुक में नज़र आये।पीएम ने जीप से पूरे रिजर्व का दौरा किया। इसके बाद पीएम मोदी ने जिले की सीमा से सटे तमिलनाडु स्थित मुदुमलाई बाघ अभयारण्य में थेप्पाकडू हाथी शिविर का भी दौरा किया। इस दौरान पीएम ने ऑस्कर विनिंग फिल्म ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ डॉक्यूमेंट्री के पात्र महावत बेली और बोमन से बातचीत भी की।
पीएम मोदी ने ‘प्रोजेक्ट टाइगर के 50 वर्ष पूरे होने के स्मरणोत्सव’ कार्यक्रम का भी उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने ‘बाघ संरक्षण के लिए अमृत काल का विजन’, टाइगर रिजर्व के प्रबंधन प्रभावी मूल्यांकन के 5वें चक्र की सारांश रिपोर्ट का विमोचन किया। बाघों की संख्या की घोषणा करते हुए पीएम मोदी ने अखिल भारतीय बाघ अनुमान 5वां चक्र की सारांश रिपोर्ट जारी की।
देश में इस समय 3167 बाघ हैं। आंकड़ों के मुताबिक पिछले 4 साल में 200 बाघ बढ़े है। इससे पहले 2018 में ये संख्या 2967 थी। इसके अलावा पोएम मोदी ने प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने पर एक स्मारक सिक्का भी जारी किया।
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इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हम सभी एक बेहद महत्वपूर्ण पड़ाव के साक्षी बन रहे हैं, प्रोजेक्ट टाइगर को 50 वर्ष हो गए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने टाइगर को न सिर्फ बचाया है बल्कि उसे फलने फूलने का एक बेहतरीन ईको सिस्टम दिया है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि देश में बाघों के संरक्षण और उनकी सुरक्षा में प्रोजेक्ट टाइगर ने अग्रणी भूमिका निभाई है। प्रकृति की रक्षा भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। प्रोजेक्ट टाइगर की सफलता ना सिर्फ भारत के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए गर्व का विषय है। भारत ने आजादी के 75 साल पूरे कर लिए हैं और उसी समय दुनिया के 75 प्रतिशत बाघ भारत में निवास करते हैं।
पीएम ने कहा कि हमारे यहां टाइगर से जुड़ा हजारों साल का इतिहास है।पीएम मोदी ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां प्रकृति की रक्षा करना संस्कृति का हिस्सा है। यही कारण है कि वन्य जीव संरक्षण में इसकी कई अनूठी उपलब्धियां हैं। दुनिया के केवल 2.4% भूमि क्षेत्र के साथ भारत वैश्विक विविधता में लगभग 8% योगदान देता है।
इस दौरान पीएम ने इंटरनेशनल बिग कैट्स एलायंस (आईबीसीए) का शुभारंभ किया। इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस इस दिशा में ‘बड़ी बिल्लियों’ के संरक्षण एवं संरक्षण का एक प्रयास है।